देश की आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा न लेने वाला संगठन आज देशभक्ति सिखा रहा है: नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश के मौजूदा हालात पर चिंता ज़ाहिर की है। नीतीश कुमार ने कहा कि जिन तत्वों और संगठनों का देश की आज़ादी से कोई लेना देना नहीं था, वह आज देशभक्ति का पाठ पढ़ा रहा है।

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ख़बर के मुताबिक़, मुंबई के गोरेगाँव के एग्जीबीशन हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने कहा कि देश की भलाई और एकता के लिए शांति और भाईचारा बहुत ज़रुरी है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों का देश की आज़ादी में कोई हिस्सा नहीं था, वह देश भक्ति का पाठ पढ़ा रहे हैं, और जो राष्ट्रीय ध्वज को पसंद नहीं करते थे, वे इसके महत्व और सम्मान की बात कर रहे हैं।

इस दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि देश के हालात ठीक नहीं हैं। देश एक गंभीर दौर से गुजर रहा है, मजदूरों और किसानों का बुरा हाल है, सबसे ज़्यादा किसानों की आत्महत्या हो रही है।

उन्होंने दावा किया कि बिहार में जिस तरह किसानों, मजदूरों, कर्मचारियों, महिलाओं और युवा की समस्याओं को हल करने के लिए नीतियां बनाई गई हैं। इसका फायदा हर किसी को मिल रहा है, लड़कियों की साइकल परियोजना से विकास की राह खुल गई है और सोच में बदलाव भी आई है।

शराबबंदी पर बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि पिछली बार की सफलता के बाद यह पहला फैसला किया गया। उन्होंने कहा कि इससे पांच हजार करोड़ रुपये के नुकसान का अंदाज़ा था लेकिन राज्य के आय में मामूली फ़र्क पड़ा है। हम समाज को आगे ले जाना जाते हैं

चीन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अफीम पर प्रतिबंध लगाने के बाद चीन में काफी विकास हुआ है। इसलिए चीन का मुकाबला करने के लिए शराब और अन्य नशे से लोगों को दूर रखना होगा।

उन्होंने शराब पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग करते हुए कहा कि नकारात्मक कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, क्योंकि शराबबंदी के सकारात्मक प्रभाव हुए हैं।