जम्मू: जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने धमकी दी है कि अगर जम्मू में रह रहे रोहिंग्या मुसलामानों को एक महीने के भीतर शहर से नहीं निकाला गया तो वे उनके खिलाफ हिंसा पर उतर आएंगे।
ख़बर के मुताबिक़, सीसीआई जम्मू के अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि हम रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों को जम्मू से निकालने के लिए राज्य और केंद्र सरकार को एक महीने का समय देते हैं। हमारी यह भी मांग है कि जिनकी जमीन पर ये लोग रहते हैं, वहां पर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) लागू किया जाए’।
उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि अगर सरकारें ऐसा करने में विफल हुई तो चैंबर इस रोहिंगयाई कम्युनिटी के खिलाफ हिंसा शुरू करेगी।
चैंबर के अध्यक्ष ने जम्मू स्थित रोहिंग्या कम्युनिटी पर नशीले पदार्थों की तस्करी का आरोप लगाते हुए उन्हें राज्य के लिए बढ़ता हुआ खतरा करार दिया है। उन्होंने कहा कि इन लोगों को यहाँ रहने की अनुमति नहीं दी जा सकती, क्योंकि यह आतंकवादियों का समर्थन भी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इन (रोहिंग्या मुसलमान) को राज्य से बाहर निकालने की मांग सबसे पहले हम ही ने की थी। जनता के हितों की रक्षा के लिए हम इसे अपना कर्तव्य समझते हैं। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 के अनुसार यह रोहिंग्या नागरिक यहां नहीं रह सकते।
उन्होंने कहा कि हमें धारा 370 की रक्षा करनी है’। हम इस राजनीतिक चर्चा में नहीं उलझना चाहते कि उनको किसने यहाँ बसाया है। लेकिन जिन लोगों ने ऐसा किया है, उनकी पहचान होनी चाहिए और उन के विरुद्ध कार्यवाही की जानी चाहिए।