शिवगंगा, तमिलनाडु : पिछले सोमवार की रात तमिलनाडु के शिवगंगा जिले में कचनथाम गांव में स्वर्ण जाति के हिंदुओं के एक समूह ने हथियारों के साथ तीन दलित पुरुषों को क्रूरता से मार डाला था। दलित युवकों द्वारा ऊंची जाति के लोगों के सामने पैर पर पैर चढ़ाकर बैठने के लिए हमला किया गया था, स्वर्ण जाति हिंदुओं ने इसे गंभीर अपमान के रूप में लिया था। यह मामला 26 मई का है जब दलित युवक थिवेंनथिरन और प्रभाकरन करुप्पासामी मंदिर के बाहर पैर पर पैर चढ़ाकर बैठे थे। इस पर ऊंची जाति के दो लोगों ने पैर पर पैर रखकर बैठे युवकों के ऐसा करने से मना किया और इस दौरान उसे गाली भी दी। साथ ही कहा ऐसा करना हमारे सम्मान के खिलाफ है।
मदुरैई स्थित एनजीओ के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ए काथिर ने मिले सबूत के आधार पर उन्होंने बताया, दलित युवकों और ऊंची जाति के लोगों पहले बहस हुई। उसके बाद दलितों ने उन्हें चेतावनी दी कि अगर वे हमें हमारी जाति को लेकर गाली देते रहेंगे तो हम पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे।पुलिस के मुताबिक आरोपी चंद्रकुमार के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। उसके बाद उसके 19 साल के बेटे ने बदला लेने का फैसला किया। उसके बाद वह अपने दोस्तों के साथ कचनथाम गांव पहुंचे और घातक हमले किए।
उन लोगों ने हथियारों से हमले किए। हमले में दो दलित के अरुमुगम (65) और ए शनमुगनाथन (31) की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि घायल वी चंद्रशेखर (34) की मदुरै के राजाजी सरकारी अस्पताल में मौत हो गई। इतना ही नहीं वे लोग दलितों के घर में तोड़फोड़ किए, संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। हमले में तीन लोगों की मौत हो गई। हमले में मारे गए दलितों के शव परिजनों ने लेने से इनकार कर दिया और तीन दिनों तक प्रदर्शन करते रहे। शिवगंगा और मदुरै जिले के कलेक्टर ने जब उनकी मांगों को मानने का भरोसा दिलाया तब वे प्रदर्शन खत्म करने पर सहमत हुए।