भारतीय सिनेमा में महिलाओं के प्रति दिखाए जाने दुर्व्यवहार पर तामिलनाडु के तीन महिला आईपीएस अधिकारियों ने आपत्ति जताई है।
इन तीनों आईपीएस अफसरों ने सिनेमा में महिलाओं की भूमिका दिखाए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए एक वीडियो जारी की है।
जिसमें उन्होंने फिल्म डायरेक्टर्स और प्रोडूसरों से अपनी फिल्मों में महिलाओं से होने वाले दुर्व्यवहार को न दिखाने की अपील की है।
इनका मानना है कि सिनेमा महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। ये देश में महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा को बढ़ावा दे रहा है।
पहले भी सिनेमा की आलोचना की जाती है। लेकिन सिनेमा इसे मनोरंजन का नाम देकर हमेशा बच जाता है। कोयमबटूर की डीसीपी एस लक्ष्मी (लॉ एंड ऑर्डर) एसपी रामया भारती (कोयमबटूर जिला) और त्रिरुपुर शहर की डीसीपी दिशा मित्तल (लॉ एंड ऑर्डर) ने कहा है की फिल्मों में महिला विरोधी चरित्र दिखाने से युवाओं पर इसका गहरा असर पड़ रहा है।
इसलिए उन्होंने साउथ इंडियन फिल्मों के अभिनेता सिंबू, धनुष, जीवी प्रकाश और शिवाकार्तिकेयन से फिल्मों में महिला विरोधी हिंसा को बढ़ावा ने देने की अपील की है।
देश में बनने वाली फिल्मों में महिलाओं का सम्मान करने का सन्देश देना चाहिए न की इसमें महिला विरोधी दिखाना चाहिए।
#WATCH In a video, 3 women IPS officers say that a major reason for the increase in violence against women is misogynistic cinema pic.twitter.com/denHzJlsxw
— TIMES NOW (@TimesNow) May 4, 2017