नेपाल में तीन वर्षीय बच्ची को ‘जिंदा देवी’ मान लिया गया

नेपाल की राजधानी काठमांडू में एक तीन साल की बच्ची को नई ‘जिंदा देवी’ का दर्जा दिया गया है। नेपाल की परंपरा के अनुसार पुजारियों ने तीन साल की बच्ची को देवी बताया और उसे काठमांडू के ऐतिहासिक न्यायालय में भेज दिया गया।

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ऐसी देवियों की उस वक्त तक पूजा की जाती है जब तक कि वे बालिग़ न हो जायें और उन्हें कुमारी कहा जाता है। लाल साड़ी में तीन वर्षीय बच्ची तृष्णा शकिया को उनके घर से एक प्राचीन दरबार में ले जाया गया जहां उसकी पारंपरिक रूप से पूजा की गई। अब एक जीवित देवी के रूप में उन्हें एक विशेष देखभाल सेवा में रखा जाएगा

इस अवसर पर एक जुलूस के रूप में उन्हें घर से दूर ले जाया गया और बच्चे के परिवार उनके साथ थे। परंपरा के अनुसार तृष्णा उस वक़्त तक कुमारी रहेंगी जब तक वह बालिग़ न हो जाती, उनके पिता ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा कि ‘मैं खुश भी हूँ और दुखी भी हूं। यह एक अच्छी बात है कि मेरी बेटी देवी बन रही है, लेकिन अफसोस है कि वह अब हम से दूर रहेगी।