इराक में ISIL के 1000 विधवाओं की सुनवाई, सभी को अपनी सुनवाई का इंतजार

मौसूल : जब अपने पति और बच्चों के साथ मरियम 2014 में मॉस्को से मोसुल पहुंची, तो वह कल्पना नहीं कर सकी कि एक दिन वह जेल में महीनों बिताएगी और उसे “आतंकवादी” होने के आरोप में अदालत को जवाब देना होगा। अपने छोटे बच्चे ओसामा को पकड़कर मरियम ने अदालत से कहा, “मैं एक मुसलमान के रूप में, इराक जैसे इस्लामी देश में बेहतर जीवन व्यतीत करने के बारे में सोच रही था,”।

मरियम पर आईएसआईएल सदस्य होने का आरोप है और दोषी होने पर जेल में अपने बाकी जीवन को बिताने का जोखिम है। लेकिन वह अकेली नहीं है। “आतंकवादी समूह” देश से बाहर निकलने के बाद इराक में आईएसआईएल सदस्यों के आरोप में 1,000 महिलाओं को हिरासत में लिया गया था। अब वे 820 शिशुओं के साथ कैंपों में रह रहे हैं, कुछ अन्य जो अभी अभी पैदा हुए हैं। ISIL सशस्त्र समूह में ‘शामिल होने और समर्थन’ के लिए इराक में 1,000 महिलाओं की सुनवाई चल रही है।

ज्यादातर महिलाएं आईएसआईएल के खिलाफ युद्ध की वझ से विधवा थीं चूंकि उनके शौहर मारे गए । वे सभी ऐसे देश में अपनी सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं जहां न्याय प्रणाली को अधिकार समूह द्वारा “नाजुक” के रूप में वर्णित किया जाता है।

मूल रूप से यत्रिब, इराक से एक महिला 2014 में आईएसआईएल में शामिल होने के लिए अपने पति के साथ मोसुल चली गई। वे पहले किसान थे। महिला कहती है कि इराकी सेना द्वारा उनके भाई की हत्या के बाद उसका पति आईएसआईएल में शामिल हो गया था। वह अब अपने तीन बच्चों के साथ अल-शाहम शिविर में रह रही है।