मेघालय के आदिवासी प्रमुखों ने गोमांस पर प्रतिबंध के लिए मोदी सरकार को लिया आड़े हाथों

शिलांग: मेघालय के आदिवासी प्रमुखों ने “दरबार की खेलिया नुंगसनशारी हनु ट्रेप” के बैनर तले मवेशियों के बेरहमाना हत्या के 2017 के नियमों के तहत वध के लिए मवेशी बिक्री पर प्रतिबंध की वजह से भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना की है।

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न्यूज़ नेटवर्क समूह न्यूज़ 18 के अनुसार इस कदम को मेघालय के स्थानीय निवासियों के खिलाफ क्रूर कार्रवाई करार दिया है, एसोसिएशन के अध्यक्ष जॉन एफ खारशिंग ने सत्ताधारी कांग्रेस की सरकार से इस दमनकारी कदम का विरोध करने के लिए कहा है।

श्री खारशिंग ने कहा है कि पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा 23 मई को जारी गजट अधिसूचना एक दमनकारी कदम है, जिसके द्वारा मेघालय के स्थानीय जनजातियों के खाने-पीने की आदतों पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के स्थानीय आदिवासियों को ऐसे निराले और अनावश्यक नियमों का एकजुट होकर विरोध करना चाहिए। उन्होंने ने कहा कि राज्य सरकार को भी केंद्र सरकार के इस तरह के दमनकारी कदम का विरोध करना चाहिए।