कांग्रेस तीन तलाक़ बिल को स्थाई समिति के पास भेजना चाहती थी ताकि खामियां दूर हो!

नई दिल्ली। तीन तलाक को अपराध घोषित कर उसके लिए सजा के प्रावधान वाला बिल लोकसभा में पेश हो गया है. इस बिल को पेश करते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इसे वक्त की जरूरत बताया और तुरंत पास किए जाने पर जोर दिया।

दूसरी ओर कांग्रेस की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे ने तीन तलाक के बिल पर सहमति जताई, लेकिन कहा कि इसे स्थायी समिति को भेजा जाना चाहिए ताकि इसकी खामियों को दूर किया जा सके।

कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बिल पेश करते हुए कहा कि ये बिल किसी शरिया, धर्म या पंथ के खिलाफ नहीं है. ये मुस्लिम महिलाओं के सम्मान और अधिकार के लिए है और इसे पूरे सदन को बिना किसी राजनीतिक मतभेद के, वोट बैंक की परवाह के पास किया जाना चाहिए।

ऐसा इसलिए क्योंकि दिन ब दिन महिलाएं इसका शिकार बनती जा रही हैं और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी देश में तीन तलाक के करीब सौ मामले सामने आए हैं।

रविशंकर प्रसाद की बात का जवाब देने खड़े हुए सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम सब इस बिल के साथ हैं, लेकिन इस बिल में कुछ खामियां हैं जिन्हें दूर किए जाने की आवश्यकता है।

खड़गे ने कहा कि इस बिल को स्थायी समिति को भेजा जाना चाहिए, ताकि वह इस बिल से जुड़े पक्षों से बात कर उन खामियों को दूर कर एक पुख्ता कानून तैयार कर सके।

खड़गे ने कहा कि सरकार जल्दबाजी में क्यों है। भले ही हम स्थायी समिति को बिल के लिए महज 20 दिन या एक माह का समय दें लेकिन वो जरूरी है क्योंकि कई महत्वपूर्ण बिल स्थायी समिति को भेजे जाते हैं।