वाशिंगटन : इज़राइल और फिलिस्तीन के बीच येरुशलम एक विवादित जगह है जिस पर दोनों देश हक़ ज़ताते हैं. लेकिन येरुशलम पर इज़राइल के दावे को अमेरिका का पूरा समर्थन हासिल है. अपने समर्थन को पुख़्ता करते हुए अमेरिका वहां अपना दूतावास खोल रहा है और इस मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी येरुशलम जा सकते हैं.
ख़बरों के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप ने ख़ुद यह घोषणा की है. उन्होंने कहा है, ‘मैं वहां (येरुशलम) जा सकता हूं. यह मेरे लिए फ़ख़्र की बात होगी. येरुशलम वह जगह है जहां अमेरिकी दूतावास खोलने की घोषणा कई सालों से की जाती रही है. कई अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने चुनाव प्रचार के दौरान इसे मुद्दा बनाया. लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद वे इतना साहस नहीं दिखा पाए कि वहां दूतावास खोल पाएं. लेकिन मैंने यह कर दिखाया.’
अमेरिका यात्रा पर आईं जर्मनी की चांसलर अंगेल मेर्कल के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता के दौरान ट्रंप ने बताया कि येरुशमल में अमेरिका दूतावास उद्घाटन के लिए तैयार है. इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि कैसे उन्होंने इस दूतावास के निर्माण की लागत को प्रस्तावित एक अरब डॉलर से ‘बेहद कम’ करने में सफलता हासिल की. साथ ही पहले जितनी समयावधि बताई जा रही थी उससे कम समय में निर्माण पूरा करा दिया.