आज पुरे देश गणतंत्र दिवस मना रहा है जगह जगह परेड और परचम लहराने की व्यवस्था की गई है। लेकिन गणतंत्र दिवस के ठीक पहले न्यूज चैनलों ने स्कूली बच्चों के सहमे हुए चेहरे, चीखें, आंसू और बस की सीटों के निचे छिपकर जान बचाने की कोशिश को दिखाकर यह बता दिया कि करणी सेना और दूसरी हिंदुत्व संगठन लोकतंत्र का जश्न नहीं इसकी बरसी मनाने की ख्वाहिश रखती है।
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वैसे भी हम सब जानते हैं कि इस देश में ऐसे बहुत सारे संगठन हैं जो इस देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने की इच्छा रखते हैं और हिन्दू राष्ट्र में लोकतंत्र, संविधान या अदालत प्रणाली का कोई गुजर नहीं होगा और हिन्दू राष्ट्र का परचम तिरंगा नहीं भगवा होगा।
इसी लिए हिन्दू राष्ट्र की वकालत करने वालों ने 26 जनवरी से पहले अपना असल चेहरा दिखा दिया और बच्चों की बस पर पथराव करके यह बता दिया कि वह अपने मकसद पुरे करने के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं लेकिन चिंता की बात यह है कि यह सभी हंगामा भाजपा शासित राज्यों में ही हुआ है और सरकार ने करणी सेना के नेताओं पर सख्ती करने के बजाय उन्हें हर तरह की सुविधाएं प्रदान कर रही है।
शकील शमशी