नई दिल्ली: दरगाह शाह ए मरदा की वक्फ माफिया की गन्दी नजरें हटने का नाम ही नहीं ले रही हैं, जिस के तहत आए दिन कोई न कोई नया शगूफा खड़ा करके जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की जाती रही है।
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उसी के तहत दरगाह शाह ए मरदा, बारादरी अजा खाने से जुड़े इमामबारगाह जैनबिया की खली पड़ी जमीन पर पिछले कई हफ्तों से बदमाश भू माफिया की ओर से कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। जब कोई फ़ॉर्मूला नहीं चल पाया तो वक्फ माफिया ने एक नया तरीका अपनाते हुए हिन्दू धर्म के मुताबिक पारंपरिक अंदाज़ में पूजा करने की कोशिश की।
इसे लेकर दरगाह के ट्रस्टी अंजुमन हैदरी ने पुलिस और अदालत में शिकायत भी की, जिसमें अदालत ने सख्त रुख अपनाते हुए पुलिस को जमीन की रक्षा करने और माहौल खराब न होने देने की निर्देश भी दिए थे, मगर उसके बावजूद पिछले शनिवार के दिन एक बार फिर 15-20 लोगों की संख्या जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, इमाम बारगाह जैनबिया की जमीन पर खड़े पीपल के पेड़ के पास पहुंचकर वहां पूजा करने की कोशिश करने लगीं। हैरत की बात यह रही कि हमेशा की तरह इस बार भी वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने शुरुआती मामले में कोई प्रतिरोध नहीं की।