ट्यूनीशिया की फुटबॉल टीम के मुख्य कोच ने रूस में विश्वकप में मैच से पहले खिलाड़ियों के साथ कुरान की आयत पढ़ने के लिए हुई आलोचना का करारा जवाब दिया है।
नबील मालौल ने बुधवार को ट्यूनीशियाई राज्य संचालित टेलीविजन के साथ एक साक्षात्कार में इस्लामी पवित्र पुस्तक के पहले अध्याय का जिक्र करते हुए कहा, जिसने मुझ पर अल फातिहा पढ़ने के लिए हमला किया है, उसको चिकित्सा की जरूरत है।
कोच ने कहा, “हम कुरान पढ़कर बड़े हुए हैं। जब हमने स्कूल में परीक्षा दी थी तो हमारी मां ने हमारे लिए इसको पढ़ा। अल फातिहा हमारी सभी प्रार्थनाओं में सुबह से शाम कहा जाता है।
मालौल और उनकी टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ विश्वकप के पहले मैच से पूर्व कमरे में कुरआन पढ़ने का एक वीडियो को पिछले हफ्ते सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।