म्यांमार के रखिन राज्य में रोहिंग्या विद्रोहियों ने सुरक्षाबलों पर शुक्रवार को सुनियोजित हमले किए जिसके बाद से सुरक्षाबल और विद्रोहियों के बीच हिंसा जारी है। इसके बाद से ही रोहिंग्या मुस्लिम पलायन को मजबूर हो गए हैं।
IOM ने कहा है कि यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि बांग्लादेश और म्यांमार की सीमा पर कितने लोग फंसे हैं लेकिन यह पक्का है कि यहां हजारों लोग हैं। बांग्लादेश ने रोहिंग्या मुस्लिमों के अपने देश में घुसने पर रोक लगा दी है। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र ने ढाका से कहा है कि वह रोहिंग्या मुस्लिमों को अपने यहां शरण दे।
वही तुर्की के विदेश मंत्री ने आज बांग्लादेश से अपील की है कि वह रोहिंग्या मुसलमानों के लिये अपनी सरहदों को खोल दे, उन्हें बांग्लादेश में पनाह दे, सारा खर्चा हम उठाएँगे। तुर्की विदेश मंत्री के इस ब्यान ने सारी दुनिया में ख़ुशी की लहर दौड़ा दी है।
इस मामले में संयुक्त राष्ट्र रिफ्यूजी एजेंसी ने बताया कि बीते 3 दिनों में 5200 लोग म्यांमारे से बांग्लादेश में प्रवेश करने में कामयाब रहे हैं लेकिन अधिकांश लोग अभी भी सीमा पर फंसे हैं। मौजूदा समय में करीब 4 लाख रोहिंग्या बांग्लादेश के शरणार्थी कैंपों में रह रहे हैं इसलिए ढाका सरकार अब और शरणार्थियों को जगह नहीं दे रही है।