लंदन। फेसबुक के बाद एक और बड़ा सोशल मीडिया आउटलेट ट्विटर भी कैम्ब्रिज एनालिटिका (सीए) डेटा लीक विवाद में घिर गया है। दरअसल, ब्रिटिश पॉलिटिकल कंसल्टिंग फर्म सीए ने करीब 8.7 करोड़ फेसबुक यूजर्स के डेटा को बिना उनकी अनुमति और जानकारी के इस्तेमाल किया था, जिस पर काफी विवाद हुआ। अब एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ट्विटर ने भी सीए के एक रिसर्चर को डेटा बेचा था।
संडे टेलिग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक अलेक्जेंडर कोगन ने सीए के लिए टूल्स बनाए थे, जिससे पॉलिटिकल कंसल्टिंग के लिए मनोवैज्ञानिक तरीके से प्रोफाइल और वोटर्स को टारगेट करना आसान हो सका। महत्वपूर्ण बात यह है कि डेटा लीक का पूरा स्कैंडल सामने आने से काफी पहले कोगन ने ही 2015 में माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट से डेटा खरीदा था।
कोगन ने ग्लोबल साइंस रिसर्च की स्थापना की, जिसे ट्विटर डेटा तक ऐक्सेस की अनुमति मिल गई। ऐकडेमिक की ओर से कहा गया है कि सूचनाओं का इस्तेमाल केवल ब्रैंड रिपोर्ट्स और सर्वे एक्सटेंडर टूल्स बनाने में हुआ और इस तरह से ट्विटर की नीतियों का उल्लंघन नहीं हुआ है।