नई दिल्ली: उर्दू के विकास के लिए लगातार संघर्ष करने वाली संगठन ‘उर्दू डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन’ ने केंद्र सरकार से नेशनल काउंसिल ऑफ़ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) की हालिया सिफारिशों को लागू करने की मांग किया है।
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संगठन राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर सैयद अहमद खान ने 3 जुलाई को पीटीआई के जरिये जारी खबर के हवाले से कहा कि स्पष्ट तौर पर एनसीईआरटी ने हमारे मांगों को मंजूर करते हुए उर्दू मीडियम स्कूलों की संख्या बढाने और उनको मानक बनाने के लिए केंद्र सरकार को सिफारिशें भेजी हैं।
इसके लिए हम एनसीईआरटी के शुक्रगुज़ार हैं कि उसने बेहद बेबाकी और साफ़गोई से काम लेते हुए अल्पसंख्यक बच्चों में शिक्षा की ओर आकर्षण दिलाने के लिए खासतौर से अल्पसंख्यक क्षेत्रों में उनकी मात्र भाषा के मीडियम के स्कूल खोलने की सिफारिश की है।
ख़ासतौर से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में उर्दू मीडियम स्कूल खोलने की खुला और ठोस सिफारिश की है। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी ने एक कदम आगे बढ़कर देवी देवताओं की तस्वीरों से परहेज़ और अल्पसंख्यक त्योहारों को भी स्कूलों में मनाये जाने की सिफारिश की है ताकि दुसरे वर्ग के बच्चों को भी आपिस भाईचारा के विकास के साथ त्योहारों की जानकारी भी हो सके।