अल्पसंख्यकों को यूजीसी देगी राष्ट्रीय स्तर पर फेलोशिप!

अल्पसंख्यकों को लुभाने के लिए सरकार ने फिलहाल एक बड़ी पहल की है। इसके तहत देश भर के एक हजार अल्पसंख्यक युवाओं को अब वह राष्ट्रीय स्तर की मौलाना आजाद फेलोशिप देगी। इनमें से 30 फीसद सीटें महिलाओं के लिए भी आरक्षित होंगी।

वहीं इस फेलोशिप की पात्रता के दायरे में मुस्लिम, सिख, जैन, बुद्ध, पारसी व क्रिश्चियन समाज से जुड़े युवा आएंगे। अभी तक यह फेलोशिप 756 लोगों को ही दी जाती थी। लंबे समय से इसे बढ़ाने की मांग थी।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ( यूजीसी) ने इसे लेकर अधिसूचना जारी भी कर दी है। इसके साथ ही सभी विश्वविद्यालयों से फेलोशिप के लिए अल्पसंख्यक समाज से जुड़े छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए भी कहा है। इसके तहत समाज से जुड़े युवाओं को पीएचडी और एमफिल करने का पूरा खर्च सरकार देगी।

खासबात यह है कि इसमें सभी राज्यों का प्रतिनिधित्व भी रहेगा। इसके लिए प्रत्येक राज्य के कोटे का निर्धारण वहां रहने वाली अल्पसंख्यकों की आबादी के हिसाब के किया जाएगा। अभी तक इनमें बड़ी असमानता देखने को मिलती थी।

फिलहाल नई व्यवस्था के तहत इस फेलोशिप के लिए आवेदक के लिए नेट पास करना जरूरी होगी। साथ ही इसके लिए वहीं पात्र होंगे, जिनकी पारिवारिक आय छह लाख रुपए से कम होगी।

इस फेलोशिप के तहत जूनियर रिसर्च फेलो को बतौर फेलोशिप 25 हजार और सीनियर रिसर्च फेलो को 28 हजार रुपए प्रति माह दिए जाएंगे। फिलहाल इसके लिए 31 दिसंबर तक ही आवेदन किए जा सकेंगे।

साभार- ‘जागरण डॉट कॉम’