UGC NET परीक्षा में हुए बदलावों के खिलाफ आइसा ने किया प्रोटेस्ट, मोदी सरकार के खिलाफ जमकर हुई नारेबाजी

पंजाब: आज चंडीगढ़ में आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन ( आइसा ) ने नेट परीक्षा को लेकर प्रोटेस्ट किया।

इस प्रोटेस्ट के चलते चंडीगढ़ आइसा ने आज पीयू के गेट नंबर एक से प्रोटेस्ट शुरू करके स्टूडेंट सेंटर तक मार्च करना था।

लेकिन इस दौरान पीयू चीफ सिक्यूरिटी अश्वनी ने प्रोटेस्ट कर रहे स्टूडेंट्स को अंदर जाने से रोक दिया। विवाद बढ़ जाने पर आइसा के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन को जारी रखते हुए पीयू में घुस गए।

स्टूडेंट सेंटर पहुंचकर उन्होंने मोदी सरकार और यूजीसी MHRD के खिलाफ नारेबाजी कर अपना प्रोटेस्ट शरू कर दिया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस काफी बड़ी संख्या में मौजूद रही।

प्रोटेस्ट के बारे में चंडीगढ़ आइसा के प्रेजिडेंट विजय कुमार ने बताया कि मोदी सरकार देश में हायर एजुकेशन को बर्बाद करनी में लगी हुई हैं। वे चाहते है कि देश के युवाओं का भविष्य अँधेरे में जाए।

यूजीसी ने बिना किसी नोटिफिकेशन के नेट की परीक्षा को को साल में 2 बार की बजाये एक बार कर दिया और साथ ही नेट की संख्या 15% को घटा कर 6% कर दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।

नेट एग्जाम को एमफिल , पीएचडी के लिए मैंडेटरी करना और वो भी छात्रों को बिना बताए मौलिक अधिकारों का हनन है और देश के युवाओं के विकास पर हमला। सरकार नहीं चाहती की हमारे देश के युवा रीसर्च करे इसी लिए रीसर्च की सीटों में भारी कटौती की है ।
इसके साथ
CPIML के कामरेड सतीश कुमार ने कहा की मोदी सरकार जो वादे करके सत्ता में आई थी आज बिलकुल उसके उल्टा काम कर रही है।

उन्होंने देश में युवाओं के विकास का दावा किया था कि साल में 2 करोड़ नौकरियां दी जाएंगी। जिसके बिलकुल विपरीत लगातार फीसें बढ़ रहीं है और अब नेट की परीक्षा पर हमला करके छात्रों के भविष्य को बर्बाद किया जा रहा है आज छात्रों को इसके खिलाफ एक बड़ी योजनाबद्ध और एकताबद्ध संघर्ष की जरूरत है।

इस प्रोटेस्ट में आइसा ने प्रसाशन के सामने ये मांगे रखी है:
1. जून,जुलाई 2017 की नेट परीक्षा को जल्द घोषित किया जाए।
2.साल में 2 बार परीक्षा ली जाए
3. नेट में 15% को बरकरार करो
4. JRF की सीटों में कटौती बापिस लो
5. कैटेगिरी 3 के संस्थानों में एमफिल,पीएचडी में दाखिले के लिए नेट अनिवार्यता ख़त्म करो।