अयोध्या: भाजपा की विवादित नेता और केंद्रीय मंत्री उमा भारती अचानक से रविवार को अयोध्या पहुंच गई। यहां आते ही उन्होंने सबसे पहले सरयू में स्नान किया और राम जन्मभूमि और प्राचीन नागेश्वरनाथ मंदिर हनुमानगढ़ीका का दर्शन किया।
बताया जा रहा है कि उमा भारती आज सुबह गोरखपुर एक्सप्रेस से गोरखपुर जा रही थी। लेकिन ट्रेन लेट होने की वजह से बाराबंकी में उतर गईं। इसके बाद उन्होंने सड़क मार्ग से गोरखपुर जाने का फैसला किया।
इसी दौरान जब वो अयोध्या के पास से गुजर रही तभी उन्होंने अपनी गाड़ी को रास्ते में रोक दिया और सरयू नदी में स्नान करने चली गईं। इसके बाद उन्होंने मंदिरों में पूजा किया ।
उमा भारती से अयोध्या में अचानक के आने को लेकर जब पत्रकारों ने पूछा तो उन्होंने कहा, “मेरी दिली इच्छा थी कि मैं अयोध्या आऊं। लेकिन अयोध्या आना मेरा एक राजनीतिक मुद्दा न समझा जाए इसीलिए आज मैं बिना सूचना के अचानक अयोध्या पहुंच गई। यहां आकर मैंने मंदिरों में दर्शन किए।”
उन्होंने कहा आगे कहा कि मैं हमेशा यह बोलती हूं कि मेरा जीवन व्यर्थ नहीं जाना चाहिए। जिस लक्ष्य के लिए आज मैं आई हूं उस लक्ष्य को पूरा किया जाएगा।रामलला पर मेरी आस्था रही है। मैंने कभी भी अपनी आस्था से समझौता नहीं किया। अयोध्यावासी इसके गवाह रहे। जब मुझे पार्टी से निकाला गया तब भी मैं अयोध्या की तरफ ही मुंह कर के चली। मेरे लिए अयोध्या में राम और सीता का रहना माता-पिता का रहने के समान है। और हनुमान जी मेरे बड़े भाई जैसे हैं तो मैं अपने घर आती हूं।
उमा भारती से जब राम मंदिर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मैं राम मंदिर आंदोलन से कभी अलग नहीं रही। आंदोलन की सार्थकता उसी दिन पूरी हो गई थी जिस दिन तीन जजों के बेंच ने एक सुर में ही विवादिस स्थल के बीच की जमीन को रामलला का स्थान कहा था।”
उन्होंने कहा कि जिस दिन ये फैसला आ गया कि यह रामलला का ही राम जन्म स्थान है उसी दिन सारे कारसेवकों का बलिदान सार्थक हो गया। अब सिर्फ मंदिर की बात रह गई है। इसके लिए रास्ता निकाला जाएगा। लेकिन जब कोर्ट ने ही कह दिया कि आपस मे मिल बैठकर निकाला जाए तो निश्चित ही इसका हल संभव है।