22 साल की उम्र में शहीद हुए लेफ्टिनेंट उमर फयाज़ को उनकी वादी कश्मीर हमेशा याद रखेगी। जवानी की दहलीज़ पर उमर आतंकियों की कायराना हरकत के शिकार हो गए लेकिन उनकी शहादत ज़ाया नहीं जाएगी। उम्मीद जगाएगी।
शहीद उमर फयाज़ कश्मीर का वो चेहरा थे जिसने आतंक के सामने झुकने से इंकार कर दिया और देश के लिए अपने जानों की कुर्बानी दे दी।
अब उमर को सम्मान देने के लिए सेना ने शोपियां में एक स्कूल का नामकरण लेफ्टिनेंट उमर फयाज के नाम पर रखने का फैसला किया है। इस स्कूल में कश्मीर के लाड़ले के बारे में भी बच्चों को बताया जाएगा।
दक्षिण कश्मीर के शोपियां स्थित शहीद लेफ्टिनेंट उमर फयाज के घर पर सेना के अधिकारी पहुंचे और उनके परिवार वालों को ढाढ़स बंधाया। सेना ने परिवार को उमर के हत्यारे को सबक सिखाने का भी भरोसा दिलाया।
We would be renaming a school here, 'Lt #UmmerFayaz Goodwill School': GOC Victor Force B S Raju pic.twitter.com/78ImPPU9Lx
— ANI (@ANI) May 13, 2017
सेना ने इस इलाके की एक स्कूल का नाम लेफ्टिनेंट उमर फयाज गुडविल स्कूल रखने का फैसला किया है। शनिवार को जीओसी विक्टर फोर्स और दूसरे अधिकारी उमर फयाज के घर पहुंचे।
सेना के अधिकारी विक्टर फोर्स बी एस राजू ने कहा, ‘हम लोग यहां एक स्कूल का नाम बदल कर लेफ्टिनेंट उमर फयाज के नाम पर रखेंगे।’
J&K: GOC Victor Force B S Raju and other senior officers visit Lt #UmmerFayaz 's family in Shopian pic.twitter.com/1LzmMpVJC1
— ANI (@ANI) May 13, 2017
बता दें कि बुधवार 10 मई को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट उमर फयाज को आतंकियों ने शोपियां से ही एक शादी समारोह से अगवा कर लिया था, और गोली मार कर उनकी हत्या कर दी थी।
जम्मू-कश्मीर के 2 राजपूताना रायफल्स में तैनात उमर फयाज ने अपनी नौकरी की पहली छुट्टी ली थी जो उनकी ज़िंदगी की आखिरी छुट्टी साबित हुई ।