हमास के खिलाफ़ इजरायल और अमेरिका को संयुक्त राष्ट्र में मिली नाकामी!

अमरीका, संयुक्त राष्ट्र महासभा में हमास की निंदा में प्रस्ताव पारित कराने में नाकाम हो गया। अमरीका की ओर से हमास की निंदा में लाया गया प्रस्ताव कि जिसका मसौदा अमरीका ने तय्यार किया था, बहुमत हासिल करने में नाकाम रहा।

193 सदस्यीय महासभा में गुरुवार को मतदान में इस प्रस्ताव के पक्ष में 87 और विरोध में 57 मत पड़े जबकि 33 सदस्य देशों ने इस मतदान मे भाग नहीं लिया, जिसकी वजह से वॉशिंग्टन इस प्रस्ताव को स्वीकार कराने के लिए ज़रूरी दो तिहाई मत हासिल करने में बुरी तरह नाकाम रहा।

अमरीका ने सादा बहुमत की अपील की थी जिसके दौरान इस प्रस्ताव के पक्ष में 75 और विरोध में 72 वोट पड़े जबकि 26 देश अनुपस्थित रहे थे, लेकिन संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दो तिहाई बहुमत का विकल्प अपनाया जिसमें अमरीका को बुरी तरह नाकामी हुयी।

इस प्रस्ताव का लक्ष्य हमास के इस्राईल के ख़िलाफ़ रॉकेट हमले और अतिग्रहित फ़िलिस्तीनी भूमि में रहने वाले ज़ायोनियों के ख़िलाफ़ एयरबोर्न इनसेन्डिअरी डीवाइस के इस्तेमाल की निंदा करना था।

ग़ौरतलब है कि ग़ज़्ज़ा पट्टी में कुछ हफ़ते पहले हमास के कमान्डर पर इस्राईल के नाकाम हमले के बाद दो दिन तक भड़की हिंसा में, हमास के जियालों ने अतिग्रहित फ़िलिस्तीन पर 400 रॉकेट फ़ायर किए थे, जिसके बाद यह प्रस्ताव लाया गया।

हमास ने अपने कमान्डर पर हमले की कोशिश का जिस तरह जवाब दिया था उससे ज़ायोनी सेना में हड़कंप मच गया था, क्योंकि, रिपोर्ट के अनुसार, इस्राईल का मशहूर आयरन डोम मीज़ाईल तंत्र, 20 फ़ीसद से ज़्यादा इन रॉकेटों को नाकाम नहीं बना पाया था। उधर महासभा में अमरीका को प्रस्ताव लाने में हुयी नाकामी पर हमास ने इसे ट्रम्प सरकार के मुंह पर तमांचे की संज्ञा दी।

साभार- ‘parstoday.com’