यूपीएससी परिणाम : केरल के मदरसों का भी सिविल सर्विस सेवा में योगदान

तिरुवनंतपुरम। संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा (यूपीएससी), 2017 में केरल के 30 से ज्यादा उम्मीदवारों ने अच्छा प्रदर्शन किया, जिनमें से कई महिलाएं हैं। एर्णाकुलम जिले की एक इंजिनियर शिखा को इस परीक्षा में 16 वां रैंक हासिल हुआ है। शिखा ने बताया कि आईएएस अधिकारी बनना उनके बचपन का सपना था।

उन्होंने इस परीक्षा की तैयारी सिविल इंजिनियरिंग से बीटेक करने के बाद साल 2015 में शुरू कर दी थी। हालांकि पहले प्रयास में वह प्रारंभिक परीक्षा पास नहीं कर पाईं थी। शिखा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को दिया है। उनका कहना है कि उनके पिता उनकी प्रेरणा हैं और उन्होंने ही उन्हें बड़े सपने देखना सिखाया है। शुक्रवार को जारी हुए परीक्षा परिणाम में कुल 900 उम्मीदवारों का चयन हुआ, जिनमें से 33 केरल के हैं।

केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने सरकार द्वारा चलाई जा रही केरल सिविल सेवा अकैडमी की प्रशंसा की है। केरल के पूर्व मदरसा शिक्षक टी शाहिद ने साबित कर दिया है कि अंततः दृढ़ता से जीत होती है। कोझिकोड जिले के तिरुवल्लूर गांव के 28 वर्षीय मूल ने यूपीएससी परीक्षा को अपने छठे प्रयास में पास किया है, जो 693 स्थान पर है।

मदरसा के शिक्षक अब्दुल रहमान मुसालीयार और गृहस्थ सुलेखा के पुत्र शाहिद ने कहा कि उन्हें कोज़िकोड में कप्पा में एक अनाथालय द्वारा संचालित एक मुस्लिम धार्मिक शैक्षिक संस्थान का चयन करने के लिए मजबूर होना पड़ा, 10 साल की उम्र में घर पर वित्तीय संकट दिया गया। वहीं, 28 वीं रैंक हासिल करने वाली आईआईटी ग्रेजुएट समीरा का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें इतना अच्छा रैंक मिलेगा।

इसके अलावा अंजली एस को 26 वां और हरी कल्लीकट ने 58 वां रैंक हासिल किया है। केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला के बेटे रमीत चेन्नीथला को 210 वां रैंक मिला। केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने सरकार द्वारा चलाई जा रही केरल सिविल सेवा अकैडमी की प्रशंसा की है। इस अकैडमी के कई उम्मीदवारों को लोक सेवा आयोग परीक्षा में सफलता हासिल हुई है।