उर्दू गंगा-जमुनी तहजीब की जीती जागती तस्वीर है। हमें उर्दू की इस खासियत पर गौर करना चाहिए और बीते दिनों को याद करना चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्वनी कुमार की पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में ये बातें कहीं।
अश्वनी कुमार की किताब एहसास-ओ-इजहार के विमोचन के लिए सोमवार को ओबरॉय होटल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने मनमोहन सिंह को किताब भेंट कर इसका विमोचन किया।
इस दौरान मनमोहन सिंह ने कहा, अश्वनी कुमार ने इस किताब में अपनी दिल की बातें लिखी हैं। अच्छा होता कि यह किताब उर्दू में ही लिखी होती।
वहीं पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा, मुझे यकीन है कि जो भी इस किताब को पढ़ेगा वह उर्दू की तरफ आकर्षित होगा। किताब के लेखक अश्वनी कुमार ने कहा कि यह किताब महज एक किताब नहीं हैं।
इसके पन्ने पर जिंदगी के वह अहसास अंकित किए हैं, जो अभी तक पर्दे में थे। उन्होंने कहा कि यह बेशक एक ऑटोबायोग्राफी है, लेकिन शायरी की सूरत में है। कार्यक्रम में पूर्व मुख्य न्यायमूर्ति टीएस सिंह समेत कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व कलाकार मौजूद रहे।