US अखबार का दावा- ‘ईरान की सैन्य ताक़तो से डरता है अमेरिका’

अमरीकी समाचार पत्र वाशिंग्टन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में पिछले महीनों फ़ार्स की खाड़ी से अमरीका के पीछे हटने की ओर इशारा करते हुए लिखा कि इस देश के अधिकारी चिंतित हैं कि ईरान की क्षमता विस्तृत हो रही है।

वाशिंग्टन पोस्ट ने रविवार की सुबह अपनी रिपोर्ट में लिखा कि अमरीकी अधिकारी, परमाणु क्षेत्र में ईरान पर पुनः प्रतिबंध लगाए जाने के समय के निकट आते ही क्षेत्र से अपनी मीज़ाइल व्यवस्था, युद्धक उपकरणों और नौकाओं को स्थानातरित करने के अमरीकी रक्षामंत्रालय के फ़ैसले से बहुत अधिक चिंतित हैं।

इस रिपोर्ट के आधार पर ट्रम्प सरकार में देश की राष्ट्रीय सुरक्षा की प्राथमिकता बदलने और चीन तथा रूस के साथ सैन्य प्रतिस्पर्धा पर वाइट हाऊस द्वारा ध्यान दिए जाने की वजह से मध्यपूर्व में अमरीका की भूमिका कम हो गयी है।

इससे पहले अमरीकी समाचार पत्र वाॅल स्ट्रीट जनरल ने भी इस प्रकार की अपनी एक रिपोर्ट में अमरीकी अधिकारियों की बड़ी बड़ी बातों के बावजूद क्षेत्र से अमरीकी सैनिकों के पीछे हटने की ओर इशारा किया था।

ज्ञात रहे कि इससे पहले आईआरजीसी के डिप्टी कमांडर ने कहा था कि अमरीका की सैन्य शक्ति क्षिथिल हो चुकी है और वह ईरान के ख़िलाफ़ सैन्य विकल्प अपनाने के लिए उचित आर्थिक व राजनैतिक स्थिति में नहीं है।

ब्रिगेडियर जनरल हुसैन सलामी ने शनिवार को ईरान के टीवी चैनल-1 से बात करते हुए कहा था कि अमरीका, युद्ध के लिए राजनैतिक स्थिति खो चुका है और संसार में किसी भी स्थान पर सैन्य हमले के लिए कोई भी उसका समर्थन नहीं करता।

उन्होंने कहा कि अमरीका की अर्थव्यवस्था भी नए युद्ध के समर्थन में सक्षम नहीं है क्योंकि अमरीकियों ने पश्चिमी एशिया के क्षेत्र में सात ट्रिलियन डाॅलर ख़र्च कर दिए लेकिन उन्हें कोई परिणाम हासिल नहीं हुआ।

आईआरजीसी के डिप्टी कमांडर ने इसी तरह ईरान की प्रतिरोधक शक्ति की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि ईरान शक्ति के उस स्तर तक पहुंच चुका है कि दुश्मनों के ख़िलाफ़ प्रभावी प्रतिक्रिया दिखा कर उनके अहम हितों को ख़तरे में डाल सकता है।

साभार- ‘parstoday.com’