हिंदू अकीदतमंदों और इनके देवताओं व भगवानों को झूठा कहने वाली अमेरिकी सीनेटर एल शेरी नुक्सलो से हिंदू और दिगर मज़हबी तंज़ीमों के सरबराह ने माफी मांगने की मांग की है।
इदोहो सूबे से सीनेटर नुक्सलो के इस बयान पर हिंदू, ईसाई, मुस्लिम, यहूदी और दिगर अमेरिकी मज़हबी रहनुमाओं व तंज़ीमों ने सख्त ऐतराज़ जताया है। शेरील एल शेरी नुक्सलो अमेरिका के सुमाली मगरिबी सूबे इदोहो रियासत के कॉटनवुड सिटी की सीनेटर हैं।
उन्होंने गुजश्ता 3 मार्च को इदोहो के सीनेट स्टेट में पहली मरतबा मुनाकिद हिंदू पूजा के इजलास के बाद एक आवामी इंटरव्यू में हिंदू अकीदा और देवताओं को झूठा कहा था। इस पूरे मामले को इदोहो के बौद्ध और ईसाई मज़हब की तंज़ीमों ने सख्ती से लिया है।
बॉइस इंस्टीट्यूट ऑफ बौद्धिस्ट स्टडी के डायरेक्टर डान ब्लेक ने बयान पर साझा प्रेस कांफ्रेंस में कहा- एक सीनेटर की किसी खुसूसी मज़हब के तईन इस तरह की आवामी बयानबाजी यकीनी तौर पर गलत है। यह नुक्सोल की एक बडी मज़हबी गलती है। उन्होंने कहा, इस बयान से हिंदू फिर्के के अक़ीदा को चोट पहुंची है और उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
वहीं दूसरी ओर नेवादा के बिशप एडवड्र्स ने इस पूरे मामले पर इदोहो लेजिस्लेटिव सर्विस ऑफिस को एक खत भी लिखा है जिसमें शेरी से माफी मांगने के लिए कहा गया है। खत में कहा गया है कि मैं इदोहो स्टेट सीनेट से अपील करता हूं कि वो राजन जेड को यहां पूजा के लिए मदऊ करें।
उन्होंने कहा कि इस तरह से कुछ सीनेटर्स का किसी मज़हबी फिर्के के सरबराह के पूजा के इजलास का एहतिजाज करना और उनके अकीदा को चोट पहुंचाना अफशोसनाक और मुजम्मत के काबिल है। उन्होंने कहा कि शेरी नुक्सलो को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
पूरा मामला… पूरा मामला पिछले 3 मार्च का है, जब इदोहो सीनेट के अपर हाउस में सीनेटर्स ने अपने दिन की शुरूआत ऋग्वेदम् के वैदिक मंत्रों के साथ की थी। उसके बाद वैश्विक हिंदू मज़हब के सदर राजन जेड ने इन मंत्रों को संस्कृत में पढा और इसका अंग्रेजी में ट्रांन्सलेट किया।
सीनेटर नुक्सालो और उनके दो और साथी भी इस इजलास में मदऊ थे, लेकिन नुक्सलो समेत कोई भी इस प्रोग्राम में शामिल नहीं हुआ।
बाद में उन्होंने इस तरह की आवामी बयानबाजी की। इस पूजा के बाद नुक्सलो ने एक इंटरव्यू देकर आवामी तौर पर हिंदू अकीदा, और देवताओं को झूठा करार दिया। माना जा रहा है कि 1890 में रियासत बनने के बाद इदोहो में पहली बार सदन की शुरूआत हिंदू मंत्रों के साथ हुई। बता दें कि अमेरिका के ही नेवादा सिटी से ताल्लुक रखने वाले राजन जेड अमेरिकी नस्ल के हिंदू हैं और वह अमेरिका में हिंदू मज़हब की खुसूसी पूजा मुनाकिद करने का काम करते हैं। वह अमेरिका में पहले ऐसे शख्स हैं जिन्होंने वॉशिंगटन में सीनेट में पहली बार हिंदू पूजा मुनाकिद किये थें ।
मंदिरों के बाद अब विश्वास पर हमला…
आपको बता दें कि अमेरिका में साल 2015 की शुरूआत में ही मंदिरों पर दो हमले हो चुके हैं। इससे पहले 15 फरवरी को वॉशिंगटन राज्य के सिएटल के एक मंदिर की दीवारों पर गेट आउट और स्वास्तिक पेंट कर दिया गया था। वहीं 28 फरवरी को भी एक हिंदू मंदिर की खिडकियों में तोडफोड हुई थी और वहां फियर लिख दिया गया था।