सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक़ पेंटागन ने माना है कि मार्च में सीरिया के शहर एलेपो में अमेरिकी हवाई हमले ने एक मस्जिद को नष्ट कर दिया गया था।
हालाँकि उस वक़्त अमेरिका का कहना था कि हमले में अलकायदा के आतंकवादियों की बैठक को टारगेट करके किया गया।
ख़बर के मुताबिक़, यह हमला अल-जिन्ना मस्जिद पर यूएस सेंट्रल कमांड (सीएनटीसीओएम) द्वारा किया गया था। अब जांच के बाद अधिकारीयों ने मस्जिद पर हमले की बात मानी है। अधिकारीयों का कहना है कि यह हमला गलती से हुआ था।
इस हमले की कुछ फोटो और वीडियो में सामने आए हैं। हमले में करीब 40 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
हालाँकि, 16 मार्च को हमले के बाद अमेरिका अब तक अपनी गलती मानने से इंकार कर रहा था।
लेकिन अब अमेरिकी रक्षा अधिकारियों ने सीएनएन को बताया कि इस इमारत की एक सामुदायिक हॉल के रूप में पहचान गई थी लेकिन हकीक़त में यह एक मस्जिद थी।
हमले के बाद यूएस सेंट्रल कमांड के प्रवक्ता कर्नल जॉन जे थॉमस ने दावा किया था कि हमने जिस इमारत पर हमला किया था वह मस्जिद से 50 फीट दूर थी।
ह्यूमन राइट्स वॉच (एचआरडब्ल्यू) की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा कोई भी सबूत नहीं मिला जिससे यह साबित होता है कि हमले वाली जगह पर अलकायदा की बैठक आयोजित की जा रही थी।