अमेरिका ने रोहिंग्या मुसलमानों के ‘जातीय नरसंहार’ और मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए म्यांमार सेना और पुलिस के चार कमांडरों तथा सेना की दो इकाइयों को शुक्रवार को प्रतिबंधित कर दिया।
अमेरिकी वित्त विभाग ने यह जानकारी दी है। दुस्तान लाइव की खबर के अनुसार, अमेरिका की ओर से म्यांमार के विरुद्ध उठाया गया अब तक का यह सबसे कठोर कदम बताया जाता है।
गत वर्ष अगस्त में म्यांमार में रोहिंग्या अल्पसंख्यकों के विरुद्ध सेना के अभियान के कारण अब तक सात लाख लोग देश छोड़कर बांग्लादेश में शरण लिए हुए हैं और कई हजार लोग मारे भी जा चुके हैं।
ट्रम्प प्रशासन ने म्यांमार सेना के शीर्ष अधिकारियों को लक्षित नहीं किया लेकिन रोहिंग्या विरोधी अभियान से जुड़े अपराधों को मानवता विरोधी या जनसंहार कहे जाने पर भी रोक लगा दी है। यह मसला अमेरिकी सरकार के भीतर बहस का विषय रहा है।