नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हो रही विरोध के बावजूद अमेरिका अब भी यरूशलेम में इजराइल की राजधानी की स्थापना पर कायम है और उसको जल्द ही अमल में लाया जायेगा।
Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये
अमेरिकी संपर्क विभाग की ओर से साउथ एशिया मीडिया के लिए लंदन इंटरनेशनल मीडिया हब में नियुक्त हेलना डब्ल्यू वाइट ने यहाँ अमेरिकन सीनेटर में इंकलाब ब्यूरो से साउथ एशिया के मुद्दे पर खास तौर पर बतचीत की। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आने के बाद अमेरिकी विदेश नीति में क्या कोई बदलाव आया है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारी नीति अपने विश्व संपर्क और गठ्बंधन को मजबूत करना है और इसमें हम कामियाबी के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मध्य पूर्व से रिश्ते मज़बूत हुए हैं। बहरत सहित पूरी दुनियां में इस बात की विरोध हो रही है कि यरूशलेम में इजरायली दूतावास का कयाम मुनासिद नहीं है तो क्या उसके बावजूद अमेरिका अपने फैसले पर कायम है? इस सवाल पर मिस हेलना ने कहा कि अमेरिका का यह फैसला नया नहीं है बल्कि 10 से 12 साल पुराना है, इसलिए अब राष्ट्रपति का कहना है कि इसको अमलीजामा पहनाने का समय आ गया है।