बाबरी मामला: मौलाना सलमान नदवी अपने नाना अली मियां को आखिरत में क्या जवाब देंगे?

सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद मुकदमे की सुनवाई शुरू होने से थी पहले भारत में फिर से बाबरी मस्जिद मुद्दा गरमाया हुआ है। श्री श्री रवि शंकर और मुस्लिम बुद्धिजीवियों के मुलाक़ात के संबंध में कल ‘अंजुमन अह्क़क व अबताल बातिल’ देवबंद ने अपने कार्यालय में एक आपात बैठक बुलाई है जिसमें अंजुमन के अध्यक्ष मुफ़्ती मोहम्मद अजम कासमी ने कहा कि जो लोग बाबरी मजिस्द का सौदा कर रहे हैं वह मिल्लत के साथ बहुत बड़ा धोका कर रहे हैं, हंबली फिकह में मौजूद मस्जिद के शहीद के मुद्दे को झूठे तरीके से आम करके और अपना हथियार बनाकर ऐसे लोग खुदा के घर को ढाल बनाकर अपनी रोटियां सेंक रहे हैं।

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उन्होंने मौलाना सलमान नदवी से सवाल किया कि इब्न क्दामा की मगनी नामी किताब की जिस लेख को वह तर्क के तौर पर पेश कर रहे हैं जिसमें मस्जिद की जिसमें मस्जिद की कब्जे को जायज़ करार दिया गया है, वह बताएं कि क्या इस किताब में या किसी भी फिकह में यह बात भी है कि मस्जिद स्थानांतरित करके वहां मूर्तियों की पूजा के लिए मंदिर की निर्माण करा दी जाये?

उन्होंने पूछा कि मौलाना सलमान नदवी साहब किस अधिकार से यह सब कर रहे हैं? वह अपने नाना मौलाना अबुल हसन अली मियां नदवी को आखिरत में क्या जवाब देंगे?