आगरा। गणतंत्र दिवस पर कासगंज में ‘तिरंगा यात्रा’ के लिए फोन करने वाला हिंदुत्व समर्थक विशाल ठाकुर दंगे के बाद से फरार है। पुलिस ने कहा कि अभी उसको गिरफ्तार नहीं किया गया है लेकिन पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया के अनुसार एक विशेष वीडियो में तिरंगा यात्रा के दौरान बाइक पर विशाल ठाकुर को चंदन गुप्ता के साथ देखा गया जो बाद में हिंसा में मारा गया था।
वीडियो में गुप्ता और ठाकुर को मुस्लिम समूह के हुए विवाद में सबसे आगे देखा जा सकता है। हिंसा शुरू होने से पहले रैली में आये युवकों को चिल्लाते हुए सुना जा सकता है कि हिंदुस्तान में रहना होगा तो वंदेमातरम कहना होगा। जवाब में ‘मोदी विरोधी’ नारे की चिल्लाहट सुनी जा सकती है।
एक मिनट 46 सेकंड की क्लिप के अंत से यात्रा में शामिल एक युवा को कथित तौर पर एक मुस्लिम लड़के को मारते देखा जा सकता है जिसके बाद संघर्ष शुरू हो गया था। यात्रा के दो दिन पहले ठाकुर ने 24 जनवरी को अपने फेसबुक पेज पर 44 सेकंड वाला वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वह युवाओं को रैली में शामिल होने के लिए कह रहा था।
एक स्थानीय सूत्र ने बताया कि ठाकुर स्थानीय भाजपा नेताओं के साथ अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि अभी भी ठाकुर के फेसबुक पेज पर तस्वीरें देख सकते हैं, जिसमें वह वरिष्ठ भाजपा नेताओं और विधायकों के पास खड़े हैं। कासगंज के पुलिस अधीक्षक पीयुष श्रीवास्तव ने कहा, ‘हम इस मामले की जांच कर रहे हैं ताकि ठाकुर की भूमिका का पता लगा सकें।’
उल्लेखनीय है कि ठाकुर का गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा में दर्ज 11 एफआईआर में किसी में भी नाम नहीं है जिसमें 21 वर्षीय चंदन गुप्ता की मौत हो गई थी। शहर के कोतवाली स्टेशन अधिकारी रिपपुमन सिंह ने इस मामले में पांच प्राथमिकी दर्ज की थी और उनमें से किसी में ठाकुर के नाम का जिक्र नहीं किया है।
उन्होंने कहा, ‘चूंकि कोई भी उनके खिलाफ कोई शिकायत दर्ज करने के लिए आगे नहीं आया है, इसलिए हमने कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की है। लेकिन हम मामले की जांच कर रहे हैं और वह फरार है।