नई दिल्ली: शुक्रवार को उत्तरप्रदेश पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में हुए 126 करोड़ के घोटाले के आरोप में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के सेवानिवृत अधिकारी और प्राधिकरण के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी पी.सी. गुप्ता को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया है। इस मामले में चार अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी की भी सूचना है।
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इस मामले को लेकर गौतम बुद्ध नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने बताया कि करीब 20 दिन पहले यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में हुए करीब 126 करोड़ रुपए घोटाले को लेकर एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। तभी से पूर्व आईएएस पीसी गुप्ता और उनका परिवार फरार चल रहा था।
पूर्व आईएएस की गिरफ्तारी के लिए उनके मोबाइल फोन की लोकेशन लगातार ट्रैक की जा रही थी इसी के आधार पर पुलिस को सूचना मिली कि वह और उनका परिवार मध्य प्रदेश के दतिया स्थित इशांबरा मंदिर से दर्शन करने के लिए गया हुआ है। इसके बाद पुलिस ने घेरा डाल कर वहां से लौटते समय उनको गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि पी.सी. गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने आर्थिक लाभ लेने के लिए मथुरा क्षेत्र में कुछ जमीन खरीदी और उनका अधिग्रहण प्राधिकरण से करवा कर लाभ अर्जित किया इसके अलावा उन पर कई ठेकों में अनियमितता बरतने का भी आरोप है।