स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यूपी के मदरसों में वीडियोग्राफी के आदेश के बाद योगी सरकार ने मदरसों को लेकर एक और तुग़लकी फरमान जारी किया था ।
जिसके तहत जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने संवाद कार्यक्रम के लिए मुस्लिम महिलाओं को एकत्रित करने की जिम्मेदारी मदरसों को सौंपी थी ।
लेकिन मोदी के आगामी दौरे से पहले ही मदरसा शिक्षकों की एक संस्था ने विरोध किया है। इसके बाद जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने अपना निर्देश वापिस ले लिया है।
इसके पीछे उन्होंने विरोध करने वाली संस्था का हवाला दिया है। शिक्षकों के संस्था के विरोध के बाद प्रशासन ने अपना आदेश वापिस ले लिया है और सोमवार के लिए निर्धारित बैठक भी रद्द कर दी है।
शिक्षक संघ एसोसिएशन मदरिस-ए-अरबिया के महासचिव दिवान साहब ज़मान खान ने कहा, “राज्य सरकार के आदेश का विरोध किया गया है क्योंकि हम शैक्षणिक संस्थान चला रहे हैं और वे बीजेपी या मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) के कर्मचारी नहीं हैं।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने को सुनिश्चित करने की हमारी ज़िम्मेदारी नहीं होनी चाहिए।” स्थानीय प्रशासन ने शुक्रवार को एक निर्देश दिया था कि पीएम मोदी की आगामी वाराणसी दौरे में एक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
इसके लिए प्रत्येक मदरसा को 25 मुस्लिम महिलाओं की उपस्थिति सुनिश्चित करना था ।