VHP लीडर शोक सभा : केंद्रीय मंत्री कठेरिया की मोजुदगी में लगे मुस्लिमों से बदला लेने के नारे

आगरा। आगरा में VHP  के नेता अरुण माथुर की हत्या के बाद पुलिस लगातार मामले को शांत करने की कोशिश कर रही है। लेकिन अब इस मामले को राजनीतिक पार्टियां गरमाने की पूरी कोशिश कर रही हैं। माथुर को श्रद्धांजलि देने के नाम पर रविवार को आयोजित की गई एक शोक सभा में मुस्लिमों से बदला लेने के नारे लगे हैं। खास बात ये है कि मंच पर उस समय केंद्र में राज्यमंत्री रामशंकर कठेरिया और फतेहपुर सीकरी के सांसद बाबू लाल भी मौजूद थे। कठेरिया ने श्रद्धांजलि सभा के दौरान कहा कि हमें खुद को ताकतवर बनाना होगा।जंग छेडऩी होगी। ऐसा नहीं किया तो कल दूसरा साथी भी खोना पड़ेगा। बता दें कि कठेरिया जिस वीएचपी कार्यकर्ता की श्रद्धांजलि सभा में बोल रहे थे, दूसरी कम्युनिटी के लोगों पर उसकी हत्या का इलज़ाम लगा है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, पिछले गुरुवार को वीएचपी कार्यकर्ता अरुण माथुर की हत्या कर दी गई थी।

घटना के बाद आगरा और आसपास के इलाकों में तनाव है। पुलिस इस मामले को लेकर काफी सतर्क है। अरुण की हत्या के विरोध में शुक्रवार को भी एक शोकसभा होनी थी जिसकी इजाजत पुलिस ने नहीं दी थी। रविवार को आयोजित शोकसभा में बीजेपी और संघ से जुड़े कई नेता पहुंचे थे। वहां मौजूद स्थानीय नेताओं ने कहा कि ये राक्षस हैं। रावण के वंशज हैं। इनको अब निर्णायक लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा। वहीं वीएचपी के नेता अशोक लवनिया ने कहा कि माथुर की 13वीं के दिन हम उनको मारने वालों की खोपड़ी चढ़ाएंगे। अब सारी तैयारी हो चुकी हैं।

आपको बता दें कि अशोक इससे पहले भी एक बार सांप्रदायिकता के आरोप में जेल जा चुके हैं। इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक बीजेपी के स्थानीय विधायक जगन प्रसाद गर्ग ने तो विधानसभा चुनाव पर वहां मौजूद जनता से हर तरह से तैयार रहने की अपील कर डाली। शोकसभा में करीब पांच हजार लोग मौजूद थे। वीएचपी के जनरल सेक्रेटरी सुरेंद्र जैन ने एडमिनिस्ट्रेशन को धमकी देते हुए कहा कि आगरा को मुजफ्फरनगर बनाने की गलती न करें। कठेरिया ने कहा कि हम बुधवार और शुक्रवार को कॉलोनियों में और भी मीटिंग करेंगे। अगर किसी मैं हिम्मत है तो हमें अब रोककर देखे। ये मत सोचना कि मैं मंत्री हो गया तो हाथ बंध गए। शोकसभा में करीब पांच हजार लोग मौजूद थे। इन लोगों ने नारेबाजी भी की। आपको बता दें कि आगरा में वीएचपी नेता अरूण माथुर की कुछ दिन पहले ही हत्या हो गई थी। जिसका इलज़ाम तीन मुस्लिम युवकों पर है।बहर हाल यह साबित नहीं हुआ है की उन्होंने ने ही उसकी हत्या की है .