अहमदाबाद। जुलाई 2016 में हुए ऊना कांड के पीड़ित परिवार के सदस्य घटनास्थल पर भगवान बुद्ध के मंदिर का निर्माण कराएंगे। बता दें कि एक दिन पहले ही परिवार के 45 सदस्यों ने बौद्ध धर्म अपनाया था जिसके बाद सोमवार को उन्होंने घटनास्थल पर भगवान बुद्ध के मंदिर निर्माण के लिए अभियान चलाने की बात कही।
दरअसल, लगभग दो साल पहले ऊना में गोरक्षकों के हाथों दलितों को पीटने की घटना सामने आई थी। इसके पीड़ितों ने भी हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाने का फैसला लिया था। धर्म परिवर्तन के बाद दलित परिवारों ने कहा कि हिंदू धर्म में हमें सम्मान नहीं मिला और हिंदुओं ने हमें नहीं अपनाया इसलिए हमने बौद्ध धर्म अपनाया है।
नवभारत टाइम्स की खबर के अनुसार ऊना कांड के पीड़ित रमेश और वशराम के पिता बालू सरवइया ने कहा कि वह पूरे गुजरात भर में अत्याचार के पीड़ितों से मंदिर की ईंटों को इकट्ठा करने के लिए मदद मांगेंगे ताकि लोग इसके इतिहास के बारे में जान सकें।
उन्होंने कहा कि बुद्ध मंदिर के निर्माण में समय लग सकता है क्योंकि उनके पास महत्वपूर्ण पूंजी नहीं है और उन्हें समुदाय के सदस्यों से दान की आवश्यकता होगी।