बांग्लादेश में रह रहे सात लाख रोहिग्या शरणार्थियों में से शनिवार को एक परिवार म्यांमार लौट आया। म्यांमार सरकार ने अपने अधिकारिक फेसबुक पेज पर यह जानकारी दी है।

अधिकारियों ने कहा कि एक मुस्लिम परिवार के पांच सदस्य शनिवार को एक ‘स्वदेश वापसी शिविर’ में पहुंचे और उन्हें खाद्य आपूर्ति व राष्ट्रीय सत्यापन कार्ड प्रदान किए गए।आपको बता दें कि, म्यांमार रोहिंग्या शब्द का इस्तेमाल नहीं करता है।

म्यांमार लौटे पांच सदस्यीय परिवार में एक आदमी, दो महिलाएं, एक छोटी लड़की और एक लड़का शामिल है। सरकार ने कहा, “यह परिवार रखाइन प्रांत के तौंगप्योलवेई कस्बे में शनिवार सुबह लौट आया।

“सरकार की ओर से परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिया गया है। उन्हें मच्छरदानी, चावल, बरतन, कंबल, लुंगी और रसोई का सामान दिया जा चुका है।
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, म्यांमार द्वारा रोहिंग्या परिवार के पहुंचने की घोषणा से पहले शनिवार को संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने चेतावनी दी कि म्यांमार में लौटने के लिए ‘अभी भी स्थितियां सुरक्षित व सम्मानजनक व अनुकूल नहीं हैं।
बांग्लादेश में शरणार्थी शिविरों में छोटी संख्या में नए लोगों का पहुंचना जारी है, जबकि म्यांमार शासन का दावा है कि वह लौटने वालों को शरण देने के लिए तैयार है।