नंदेड: प्रसिद्ध उर्दू और हिंदी भाषा के कवि मोहम्मद इमरान प्रतापगारी नांदेड़ में हेट-स्पीच विवाद पर मुस्लिमों के मुद्दे पर बड़े पैमाने पर सभा को संबोधित कर रहे हैं।
इमरान ने कहा कि जब वह स्कूल में थे, उमा भारती और अन्य राजनेताओं के घृणास्पद भाषण थे, जो लाउडस्पीकरों पर सुनाया जाता था लेकिन इसे घृणास्पद भाषण के रूप में नहीं माना जाता था।
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हालांकि, जब मुसलमानों ने ऐसा किया, तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि वह मुस्लिम राजनेता के पक्ष में एक रचना लिखते हैं और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भी इसे पढ़ते हैं।
उन्होंने कहा कि जब वह नांदेड़ के दोस्तों के निमंत्रण पर आते हैं, तो वह आश्चर्यचकित हो जाते हैं, उनका इनबॉक्स गालियों से भरा होता है। उनको फेसबुक पर सैकड़ों नफरत-भरे कमेंट्स मिलते हैं।
इमरान ने आरोप लगाते हुए सवाल किया, “यदि कोई मुस्लिम ने उनके पक्ष में वोट नहीं किया है, तो क्या इसका मतलब यह है कि वह मुस्लिम नहीं है?”
प्रसिद्ध श्यार ने कहा कि राजनीति के बावजूद, देश भर में कई लोग भी हैं जो भाईचारे और एकता का मजबूत संबंध साझा करते हैं।
उन्होंने म्यांमार में निर्दोष रोहिंग्या मुसलमानों की हत्या की भी निंदा की जो असहनीय दुःख और हताशा के शिकार बन गए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय मुस्लिमों को भी जल्द ही इस तरह का सामना करना पढ़ सकता है।