विश्व विख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम देवबंद ने हाल ही में नेल पॉलिश पर फतवा जारी किया है। इस फतवे में औरतों के लिए सजने संवरने आैर सुंदर दिखने के लिए नेल पॉलिश लगाने का मंजूरी दी गई है। यानि अब मुस्लिम महिलाएं सजने संवरने व खूबसूरत दिखने के लिए अपने नाखूनाें रंग बिरंगी नेल पॉलिश लगा सकेंगी लेकिन यहां दारुल उलूम ने एक शर्त भी लगा दी है।
Saharanpur: "Darul-Uloom Deoband has issued fatwa against Muslim women using nail polish because it is un-Islamic and illegal . Rather women should use mehendi on their nails,"Mufti Ishrar Gaura, Darul-Uloom Deoband (4.11) pic.twitter.com/u6TnE8ADy7
— ANI UP (@ANINewsUP) November 5, 2018
जारी फतवे में कहा गया है कि महिलाएं नेल पॉलिश ताे लगा सकती हैं लेकिन नेल पॉलिश लगाकर वजू नहीं की जा सकती आैर ना ही गुशल की जा सकती है। यानि महिलाएं नेल पॉलिश ताे लगा सकेंगी लेकिन नमाज पढ़ने के लिए उन्हे नेल पॉलिश काे उतारना हाेगा यदि नेल पॉलिश लगी हाेगी ताे उनकी वजू नहीं मानी जाएगी आैर इस्लाम में बगैर वजू नमाज नहीं पढ़ी जाती।

देवबंद दारुलू ने यह फतवा मुजफ्फरनगर के गांव तेवड़ा निवासी मोहम्मद तुफैल काे दिया है। तुफैल ने दारुल उलूम देवबंद के इफ्ता विभाग से लिखित में पूछा था कि, क्या औरतें विशेष माैकाें पर या फिर शौकियाईं ताैर पर नेल पॉलिश लगा सकती हैं?
इस फतवे के जवाब में दारुल उलूम देवबंद के इफ्ता विभाग के मुफ्तियों की खंड पीठ ने जारी फतवे में कहा है कि औरत के लिए नेल पॉलिश लगाने की गुंजाइश है। बशर्त उसमें कोई नापाक चीज न मिली हुई हो। फतवे में स्पष्ट किया गया है कि पॉलिश से नाखून पर रंग की पर्त जम जाती है।
जब तक उसे साफ न कर दिया जाए तब तक नाखून तक पानी नहीं पहुंच सकता। ऐसी सूरत में न वजू हो सकती है और न गुसल। इसलिए वजू व फर्ज गुसल से पहले नाखून पर जमी हुई रंग की परत को साफ करना जरूरी होगा।
मजलिस इत्तेहाद -ए- मिल्लत के प्रदेश अध्यक्ष मुफ्ती अहमद गॉड ने दारुल इफ्ता द्वारा जारी फतवे को पूरी तरह दुरुस्त बताते हुए कहा कि इस्लाम औरताें को सजने संवरने से बिल्कुल नहीं रोकता, लेकिन ऐसी चीजे जिनके इस्तेमाल करने की वजह से किसी भी फर्ज की अदायगी में परेशानी होती हो उससे बचना जरूरी है।