महातूफान फनि तबाही मचा रहा है। तूफान से सबसे ज्यादा तबाही ओडिशा में मची है जहां पुरी तट पर फनि तूफान आज सुबह करीब 9 बजे टकराया। जिस वक्त फनि महातूफान का लैंडफॉल हुआ उस वक्त उसकी रफ्तार करीब 180 किलोमीटर प्रति घंटा थी। फनि की वजह से पुरी, गोपालपुर, पारादीप और भुवनेश्वर समेत पूरे ओडिशा में तूफानी हवाओं के साथ तेज बारिश हो रही है।
Phani Cyclone pic.twitter.com/cqlFevnfKy
— Er. Amit Shandilya (@amitshandily143) May 3, 2019
बताया जा रहा है कि गर्मियों में ऐसे चक्रवाती तूफान बेहद कम आते हैं, आम तौर पर मॉनसून के बाद सितंबर-नवंबर में ऐसे तूफान आते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1965 से 2017 तक बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में 46 भयानक चक्रवात दर्ज किए गए हैं।
#WATCH Rain and strong winds hit Bhubaneswar as #FANI cyclone hits Puri coast with wind speed of above 175km/per hour. pic.twitter.com/QZYkk1EALI
— ANI (@ANI) May 3, 2019
इनमें से अक्टूबर से दिंसबर के बीच 28 चक्रवात आए, 7 चक्रवात मई में और महज दो चक्रवात अप्रैल (1966, 1976) में आए। 1976 के बाद फोनी पहला ऐसा तूफान है, जिसका निर्माण अप्रैल में शुरू हुआ।
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, इस तूफान की वजह से कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है और 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। समुद्र के किनारे बसे मंदिर शहर पुरी में कई इलाके और अन्य जगहों में पानी भर गया है। राज्य के सभी तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है। कई पेड़ उखड़ गए और भुवनेश्वर समेत कुछ स्थानों पर बनीं झोपड़ियां तबाह हो गई हैं।
तूफान की वजह से ओडिशा से लेकर बंगाल तक हाईअलर्ट है। आशंका है कि फनि तूफान आज शाम तक बंगाल पहुंच जाएगा। तूफान की वजह से भुवनेश्वर एयरपोर्ट कल शाम से ही बंद है और कोलकाता एयरपोर्ट भी आज शाम से बंद कर दिया जाएगा। ममता बनर्जी ने भी तूफान की वजह से 48 घंटे तक अपनी सभी रैलियां रद्द कर दी है।