माहे शाबान इसलामी साल के हिसाब से आठवां महिना है,इस मुबारक और प्यारे महीने में अल्लाह तआला अपने खास करम से अपने सारे बंदे और बंदियों की छुटकारा का उपकरण प्रपात करता है.
इस मुबारक महीने में बरकत हासिल करने के लिए अल्लाह के रसूल PBUH ने फ़रमाया, “ शाबान मेरा महीना है, रजब अल्लाह का महिना है और रमजान मेरी उम्मत का महीना है,
शाबान गुनाहों को दूर करने वाला और रमज़ान गुनाहों से पाक करने वाला महीना है, रजब व रमज़ान के बीच में शाबान का महीना है, लोग उसकी क़दर नहीं करते जबकि इस महीने में बन्दों के आमाल (कारनामे) अल्लाह तआला के दरबार में पेश किए जाते हैं, इसलिए मैं यह ज़्यादा पसंद करता हूँ कि मेरे आमाल अल्लाह के दरबार में जब पेश किया जाए तो मैं रोज़े की हालत में रहूँ”.
सुनिए, मौलाना तारिक जमील से शाबान की फज़ीलत: