हिन्दू पंडित मुकेश शास्त्री ने पैगम्बर मोहम्मद (PBUH) की शान में कुछ बातें कहीं हैं. पंडित मुकेश शास्त्री कहते हैं, पैगम्बर मोहम्मद (PBUH) की शिक्षाएं किसी एक देश या किसी धर्म के लिए नहीं है, वह सभी लोगों के लिए है. उनकी बातें सच की राह दिखाती हैं.
भले ही अर्थशास्त्र ब्याज को मूल धन का किराया मानते हो लेकिन इस्लाम में ब्याज को अनुचित माना गया है. इस्लाम के मुताबिक ब्याज एक ऐसी चीज़ है जिससे अमीर और अमीर हो जाता है और ग़रीब और ग़रीब. इस्लाम की पाक़ कुरान शरीफ़ में इसकी कोई जगह नहीं है.
इंसानों के लिए कहा गया है, “ए ईमान वालों दो गुना और चार गुना कर ब्याज मत खाया करो, उस मालिक से डरो, ब्याज खाने से बरकत ख़त्म हो जाती है.”
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