VIDEO : सुरक्षा की गारंटी दिए बिना रोहिंग्या मुसलमानों को अंतराष्ट्रीय समुदाय वापस म्यामार भेजना चाहती है : ब्रिटिश एमपी डॉ रोसेना एलिन खान

दुनिया में सबसे प्रताड़ित अल्पसंख्यक समुदाय माने जा रहे म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि वह जिस भी देश में शरण ले रहे हैं, वहां उन्हें हमदर्दी की बजाय आंतरिक सुरक्षा के खतरे के तौर पर देखा जा रहा है. बेहद गरीब, वंचित रोहिंग्या समुदाय पर आतंकवादियों से कनेक्शन का आरोप लगता रहा है. इसी वजह से अन्य देश भी इन्हें शरण देने को राजी नहीं.

दूनिया का सबसे उपेक्षित वर्ग रोहिंग्या मुस्लिम हैं. रोहिंग्या मुस्लिम म्यांमार की आबादी का एक बहुत ही छोटा हिस्सा हैं. इस बौद्ध बहुल देश में मुस्लिमों को देश के एक कोने राखिन प्रांत में दबा दिया गया है. जहां गैंग रेप, मर्डर तो आम बात हो चली है. नवजात शिशुओं और बच्चों को भी मौत के घाट उतारा जा रहा है. मतलब कि वे पारंपरिक तौर से बांग्लादेश के रहनेवाले हैं. जो कि ब्रिटिश राज में विस्थापित होकर म्यांमार में प्रवेश कर गए. अब म्यांमार सरकार उन्हें वापस बांग्लादेश भेज रही है. लेकिन बांग्लादेश भी इन्हें अपनाने को तैयार नहीं था, पर अंतराष्ट्रीय दबाव से अस्थायी तौर पर बांग्लादेश रखने को तैयार हुआ।

डॉ रोसेना एलिन खान जो ब्रिटिश लेबर पार्टी की एमपी है, उन्होंने ब्रिटिश पार्लियामेन्ट में इस मुद्दे पर बात कर चुकी हैं और उन्होंने बड़ी बेबाकी से इस मुद्दे पर कहती है कि अब अंतराष्ट्रीय समुदाय रोहिंग्या को वापस म्यामार भेज रही हैं वो भी बिना सुरक्षा गरंटी दिए। आखिर ऐसा क्यों?