Video: बजरंग दल से जुड़े 50 वाल्मीकी परिवार ने दी इस्लाम अपनाने की धमकी

मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को दलित विरोधी बताते हुए मुरादाबाद जनपद के पचास बाल्मीकि समाज के परिवारों ने हिंदू धर्म को त्यागकर इस्लाम धर्म अपनाने की धमकी दी है। यहां शनिवार को लोगों ने भाजपा पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया और अपने-अपने घरों में रखे हिंदू धर्म के देवी-देवताओं की मूर्तियों को रामगंगा नदी में बहा दिया।

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सबसे पहले लोग जिगर कालोनी स्थित छतरी पार्क में इकठ्ठा हुए और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हालांकि वाल्मीकी समाज के लोगों को धर्म परिवर्तन करने से रोकने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ता भी पहुंचे थे।

इसके बावजूद बाल्मीकी सामाज के लोग नहीं माने और मूर्तियों और तस्वीरों को रामगंगा में प्रवाहित कर दिया। इस दौरान भारतीय बाल्मिकी धर्म समाज के अध्यक्ष लल्ला बाबू द्रविड़ ने चेतावनी दिया कि अगर न्याय नहीं मिला तो कोई दूसरा धर्म भी अपनाने में उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। उन्होंने कहा नमाज पढ़ने की धमकी देते हुए सरकार को इशारा किया की अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो वो इस्लाम धर्म अपना लेंगे

दरअसल, पूरा मामला यह है कि मंगलवार को आरटीओ दफ्तर में भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष राकेश शर्मा को ठेका दिलाने के लिए एक व्यक्ति ने फोन किया था। यह काम पहले से बजरंग दल के एक पदाधिकारी को दिया जा चुका था। फोन आने पर कार्यालय के अधिकारियों ने उनको भी अनुमति देने की बात कही।

लेकिन बजरंग दल के पदाधिकारी अपने साथियों संग पहुंचे। इसके बाद बजरंग दल के नौ लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था और चार को जेल भेजा गया था। बाल्मिकी धर्म समाज के अध्यक्ष लल्ला बाबू द्रविड़ का कहना है कि आरटीओ दफ्तर पर भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष राकेश शर्मा और उनके साथियों ने फर्स्ट एड बाक्स का ठेका कब्जाने के लिए बजरंग दल के दलित कार्यकर्ताओं पर गोली चलाई थी। लेकिन पुलिस ने भाजपा नेताओं के दबाव में उल्टा वाल्मीकि युवकों पर ही केस दर्ज करके उन्हें जेल भेज दिया।

उन्होंने बताया कि सपा सरकार में भी हिंदुत्व का झंडा उठाए रहे बजरंग दल के वाल्मीकि कार्यकर्ताओं पर स्थानीय भाजपा नेताओं ने दो मुकदमे किए थए। जबकि पुलिस ने फायरिंग करने वाले भाजपाइयों के खिलाफ सत्ता के दबाव में कोई मामला दर्ज नहीं किया।