देहरादून। एक तरफ जहां महजब को लेकर देश में सियासत जोरों पर है। वहीं देश में अभी ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो मजहब से पहले इंसानियत को तबज्जों देते हैं और समाज के सामने मिसाल पेश कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही देहरादून में देखने को मिला है।
देहरादून के सिग्नल मंडी में रहने वाले मोइनुद्दीन ना सिर्फ एक हिंदू लड़के का ना केवल पालन-पोषण किया बल्कि उसकी हिंदू रीति-रिवाज से शादी भी कराई। मोइनुद्दीन आज से तकरीबन 15 साल पहले एक अनाथ लड़के राकेश रस्तोगी को अपने यहां पनाह दी थी।
मोइनुद्दीन ने ना सिर्फ राकेश का हिंदू तौर तरीके से पालन पोषण किया बल्कि उसकी शादी भी हिंदू रीति रिवाज से ही की। राकेश की बारात खूब धूमधाम से निकाली गई. मोइनुद्दीन की पत्नी कौसर अपनी बहू को अग्नि के सामने सात फेरे डालकर अपने घर में लाई।
मोइनुद्दीन के मुताबिक आज से तकरीबन 15 साल पहले जब राकेश उनके पास आया था तब वह 12 साल का था। मोइनुद्दीन के दो बेटियां हैं, मगर वह राकेश को ही बड़ा बेटा मानते हैं। उन्होंने बताया कि मुसलमान के घर में हिंदू लड़के का होना किसी को भी हजम नहीं होता था, इसलिए कोई अपनी लड़की देने को तैयार नहीं होता।
अंत में उनकी तलाश मोथरोवाला के आत्माराम के घर में जाकर खत्म हुई। आत्माराम चौहान अपनी बेटी सोनी का हाथ राकेश के हाथों में देने को तैयार हो गए।