बीते आठ जनवरी को सोशल मीडिया पर बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव का वीडियो खूब वायरल हुआ था. इस वीडियो में तेज बहादुर बॉर्डर पर पोस्टिंग के दौरान जवानों को ख़राब खाना मिलने की वजह सेना के बड़े अधिकारियों के भ्रष्टाचार को बता रहें थें.
फिलहाल यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि कथित तौर पर एक और जवान का वीडियो सामने आया है.
ट्विटर पर वायरल होते करीब ढाई मिनट के इस वीडियो में दिखाई दे रहा शख्स सेना में बड़े अधिकारियों द्वारा जवानों पर किए जा रहे अत्याचार की कहानी बयाँ कर रहा है.
वीडियो में कथित जवान क्या कह रहा है
1857 के विद्रोह को सैनिक विद्रोह का नाम दिया गया था. यह विद्रोह अंग्रेज़ सरकार और ब्रिटिश अफसरों द्वारा भारतीय सैनिक और जनता के साथ किए जा रहे अत्याचार और दमन की नीति के खिलाफ था. आज न तो कोई विदेशी भारत पर शासन कर रहा है और न भारतीय सैनिक देशद्रोही हैं जो अपनी सेना में रहकर विद्रोह करेंगे.
लेकिन एक बात ज़रूर परेशान करने वाली है कि आप जैसे भारतीय काले अंग्रेज़ सैनिक अधिकारियों की सोच की वजह से ही अधिकारियों और सैनिकों के बीच की खाई और गहरी होती जा रही है.
इसलिए जांच तो आप जैसे अधिकारीयों की होनी चाहिए जिसने सहायक, सेवादार के नाम पर अपने सैनिको को घरेलु नौकर बना रखा है. रामू से बदतर हालत कर दी है आप लोगों ने, जिन्हें आप लोगों ने अपने सरकारी बंगले की साफ-सफाई,बच्चों को स्कूल ले जाना, मेम साहबों के कपड़े धोना, कुत्तों को घुमाना, कुत्तों की टट्टी साफ़ करना, बच्चों की टट्टी साफ़ करने की ड्यूटी पर लगा रखा है. इसके बावजूद जब वह अपने घर की कोई समस्या बताता है तो उसे समय से छुट्टी नहीं मिलती.