कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि दसाल्ट एविएशन ने अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस को ‘‘रिश्वत की पहली किस्त’’ के रूप में 284 करोड़ रुपए दिए और दावा किया कि राफेल सौदे में जांच होने पर कार्रवाई के डर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘‘रातों की नींद उड़’’ गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को इसलिए हटाया गया क्योंकि वह राफेल सौदे की जांच करना चाहते थे।
#WATCH live from Delhi: Congress President Rahul Gandhi addresses the media https://t.co/a6hUv3ozkv
— ANI (@ANI) November 2, 2018
गांधी द्वारा आज लगाए गए आरोपों पर सरकार या अंबानी की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, उन्होंने राफेल सौदे के संबंध में लगाए गए सभी आरोपों को पहले खारिज किया था। गांधी ने अपने आरोपों की पुष्टि के लिए कोई सबूत या दस्तावेज नहीं दिए।
Dassault invested Rs 284 Crore in the company of Anil Ambani. Anil Ambani bought land with the same money. This is clear that Dassault CEO is lying. Why did they invest Rs 284 crore in a loss-making company?: Congress President Rahul Gandhi #RafaleDeal pic.twitter.com/InY7ggJHrC
— ANI (@ANI) November 2, 2018
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि दसाल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने कहा था कि ऑफसेट ठेका हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेल (एचएएल) के बजाए अंबानी की कंपनी को इसलिए दिया क्योंकि उसके पास जमीन थी। उन्होंने आरोप लगाया कि अंबानी की कंपनी ने दसाल्ट से मिले धन से जमीनी खरीदी।