आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि भाजपा का विरोध कर रही सभी पार्टीयां राष्ट्र को बचाने के प्रयासों में एकजुट हैं। साथ ही, भगवा पार्टी से लोहा लेने के लिए संसद के शीतकालीन सत्र से पहले एक रणनीति का खाका तैयार किया जाएगा।
नायडू ने यहां ममता से मुलाकात की और 22 नवंबर को दिल्ली में होने वाली विपक्षी पार्टियों की बैठक स्थगित करने की घोषणा की। उन्होंने ममता के साथ घंटे भर चली बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि कुछ राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के चलते यह बैठक स्थगित की गई है। उन्होंने कहा कि गैर – भाजपा पार्टीयों की बैठक के लिए एक नयी तारीख की घोषणा शीघ्र की जाएगी।
As senior leaders, I&Mamata Ji have some responsibilities.We've to save the nation&democracy,we have to protect institutions. You are watching from last many days,democracy is in danger.Institutions like CBI,ED,RBI&others are under pressure: Andhra Pradesh CM after meeting WB CM pic.twitter.com/jPGUWonRkW
— ANI (@ANI) November 19, 2018
नायडू ने केंद्र की राजग सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि सीबीआई, ईडी, आयकर विभाग, आरबीआई और कैग जैसी संस्थाएं काफी दबाव में हैं। नायडू के बगल में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख भी मौजूद थीं। हालांकि, दोनों नेता इस विषय को टाल गए कि भाजपा विरोधी मोर्चे का चेहरा कौन होगा।
Everybody will be the face of Mahagathbandhan: West Bengal CM Mamata Banerjee when asked, "Who will be the face of Mahagathbandhan?" pic.twitter.com/FHgUrsJJfp
— ANI (@ANI) November 19, 2018
नायडू ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी जी की तुलना में हम सभी वरिष्ठ हैं। हर किसी के पास पर्याप्त अनुभव है’, जबकि ममता ने कहा, सभी लोग गठबंधन का चेहरा हैं। नायडू ने कहा, राष्ट्र को बचाना हमारी जिम्मेदारी है, लोकतंत्र बचाइए, संस्थाओं को बचाइए। लोकतंत्र खतरे में है।
Today we have discussed the future plan. We can tell you one thing, we are all together to fight against the BJP govt to save the nation: West Bengal CM Mamata Banerjee after her meeting with Andhra Pradesh CM Chandrababu Naidu in Howrah pic.twitter.com/jMi2yx37Mn
— ANI (@ANI) November 19, 2018
तेदेपा प्रमुख ने कहा, हम पहले 22 नवंबर को बैठक करना चाहते थे (लेकिन) चुनावों के चलते … हम संसद (शीतकालीन सत्र) से पहले यह करना चाहते हैं।संसद का शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर से आठ जनवरी तक है।
उन्होंने कहा कि जो लोग भाजपा का विरोध कर रहे हैं वे इसमें (बैठक में) शामिल हो सकते हैं और चर्चा कर सकते हैं। हम राष्ट्र को बचाने के लिए इस एजेंडा पर आगे बढ़ने के वास्ते एक कार्यक्रम का खाका तैयार करेंगे।