VIDEO: भारत में इस तरह फेक न्यूज के ज़रिए फैलाया जाता है दंगा

फेक न्यूज़ एक बहुत बड़ी समस्या है, लेकिन भारत जैसे देश में इसके परिणाम बहुत घातक हो सकते हैं। वीडियो क्लिप, फोटो, मेमेज़, और मैसेज अक्सर समुदायों को ध्रुवीकरण करने और परेशान करने व हिंसा फैलाने के लिए उपयोग किये जाते हैं।

एक ट्वीटर उपयोगकर्ता ने एक महिला का एक वीडियो अपलोड किया जिसमें दिन दहाड़े उसकी हत्या कर दी गयी थी। अपलोडर ने दावा किया कि मुस्लिम और वामपंथियों ने उस औरत के राजनीतिक विचारों के लिए हत्या कर दी थी। वास्तव में क्लिप एक नुक्कड़-नाटक की थी जहाँ सड़क पर एक पत्रकार की हत्या करते दिखाया गया है।

सोशल मीडिया पर मुस्लिम विरोधी संदेश साझा किए जा रहे थे और एक समाचार चैनल ने कहानी को कवर किया। कभी-कभी ये क्लिप भी राजनीतिक नहीं होती हैं, एक क्रिकेट मैच में भारत पर पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने वाले समर्थकों की एक बड़ी भीड़ का एक वीडियो व्यापक रूप से प्रसारित होता है। इस बार मैसेज में दावा किया कि भारतीय मुस्लिम अपने प्रतिद्वंद्वियों का समर्थन करने के लिए धोखेबाज हैं। वास्तव में वीडियो में लोग पाकिस्तानी थे।

वीडियो यूट्यूब और फेसबुक पर कई बार पोस्ट किया गया और इस विचार को प्रचारित किया गया कि भारतीय मुस्लिम राष्ट्रीय विरोधी हैं।

भारत जैसे देश में फेक न्यूज़ के प्रचार के लिए व्हाट्सएप जैसे संदेश सेवा एक आदर्श माध्यम है।

भारत में फेक न्यूज़ राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के लिए उत्प्रेरक है और कभी-कभी तो इस्लामोफोबिया भी। लेकिन इसका सबसे बड़ा शिकार सत्य है।

देखें विडियो:

https://www.youtube.com/watch?v=3YpKvbIgL94&feature=youtu.be