भारत में एक मुस्लिम होकर रहने में कैसा लगता है? शायद कई लोगों को यह सवाल महसूस होता है. दरअसल सोशल मीडिया पर रोंगटे खड़े करने वाला विडियो ‘वो कहते हैं मुझे पाकिस्तानी’ बड़ी तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसमें एक मुस्लिम कवि सैयद जफीर भारत में एक मुस्लिम होने का दर्द बयां कर रहे हैं. कविता के जरिए जफीर लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत में रहने के बाद भी कई लोग उनके साथ इस तरह पेश आते हैं जैसे वे किसी दूसरे देश के रहने वाले हों. कविता में जफीर कहते हैं, ‘इस मुल्क की सड़कों पर निकलो कभी, तुम्हें देखेंगे कई शर्मा, सिंह और जैन। और उन्हीं के बीच में होंगे कुछ खान अकबर, अहमद, जमानी, जिनको ना जाने क्यों ये दुनिया कह देती है पाकिस्तानी।
अक्सर सोचा करता हूं कि आखिर कह भी दिया तो क्या है वो भी अच्छे भले हैं इंसान। लेकिन जब दिल के तहखानों में झांकता हूं तो मुझे दिखता है सिर्फ हिंदुस्तान।’ कविता के जरिए जफीर आगे कहते हैं, ‘इसी सरजमी का हूं परिंदा, इस पर हूं सही, सालिम और जिंदा लेकिन बस पढ़ लेता हूं नमाज और ईद पर मेरे घर में बन जाती हैं सेवईयां और बिरयानी तो वो कह देते हैं मुझे पाकिस्तानी।
वही इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने गुटों में चर्चा और बहसबाजी शुरू कर दी है. कई लोगों ने इसे गलत बताया है तो कई लोग इस वीडियो को भारत में रहने वाले एक मुसलमान का असली सच बता रहे हैं.
बता दें कि मुंबई में रह रहे जफीर कहते हैं कि लोग उन्हें 15 अगस्त की जगह 14 अगस्त को आजादी की मुबारकबाद देते हैं। क्योंकि 14 अगस्त को पाकिस्तान आजाद हुआ था भारत नहीं।