यमन की राजधानी सना से पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह की मौत से संबंधित अब तक विभिन्न सूचनायें सामने आई हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार होती विद्रोहियों ने अली सालेह और उनके करीबी सहयोगियों को पहले गिरफ्तार किया और फिर पास से सिर में गोली मार कर उनकी हत्या कर दी गई।
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होतयों ने सना में शनिवार की रात से अली सालेह, उनके वफादार बलों और उनकी पार्टी जनरल पीपुल्स कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ घेरा तंग करना शुरू कर दिया था। उसी दिन पूर्व राष्ट्रपति ने होतयों के साथ तीन साल से जारी गठबंधन औपचारिक रूप से समाप्त करने की घोषणा कर दी थी।
फिर होती आंदोलन की सशस्त्र लड़ाके पूरे शहर में फैल गये। उन्होंने गुप्त जगहों में छिपे हुए हल्के और भारी हथियार ले लिए थे और अली सालेह के घर उनके पार्टी के मुख्यालय और अन्य नेताओं के घरों के आस पास घेरा बना लिया। वह पिछले दो दिनों से लगातार छापा मारी कर रहे थे और उन्होंने उनके घरों पर रॉकेट ग्रेनेड से हमला शुरू कर दिया।
अली सालेह ने सोमवार को सुबह सना राजमार्ग सतीन के पास एक जगह पर अपने विश्वस्त साथियों और पार्टी के सदस्यों से मुलाकात की थी और उनके साथ सना से चालीस किलोमीटर दक्षिण पूर्व में स्थित अपने पैतृक शहर सनहान की ओर जाने का फैसला किया था। लेकिन होती सेनानियों ने उन वाहनों का पीछा किया और शहर से बाहर एक सुनसान जगह पर उनके काफिले का घेराव कर लिया। उन्होंने घेराव तोड़ने की कोशिश की तो उनके बीच लड़ाई शुरू हो गई, जिसमें रिपब्लिकन गार्ड के कई रक्षक और जनरल पीपुल्स कांग्रेस के कई प्रमुख सदस्य मारे गए थे।
इसके बाद होती सेनानियों ने अली सालेह और उनके करीबी सहायकों और उनके भतीजे तारिक सालेह के वाहनों का पीछा जारी रखा। सूत्रों के मुताबिक होती योद्धा न्यूनतम बेस सैन्य वाहनों पर सवार थे। जनरल पीपुल्स कांग्रेस के एक नेता अली अलबखैती का कहना है कि होतयों के एक माहिर निशानेबाज ने अली अब्दुल्ला सालेह के सिर में गोली मारी थी। जबकि कुछ अन्य रिपोर्ट के अनुसार होतयों ने पूर्व राष्ट्रपति और उसके कई करीबी सहयोगियों को पकड़ा, और फिर उसने करीब से गोली मार दी।
Official Houthi TV station broadcasts footage of #Saleh |'s dead body pic.twitter.com/Wazie30nSO
— Al Arabiya English (@AlArabiya_Eng) December 4, 2017
हालांकि होती मलेशिया ने यह दावा किया है कि उसके लड़ाकों ने अली सालेह मोटर केड पर हमला करके उन्हें गोलियों और रॉकेट ग्रेनेड से मार डाला है। होतयों ने इंटरनेट पर मोबाइल फोन से किए गए एक वीडियो भी जारी की है। इसमें सशस्त्र होतयों ने एक कंबल में अली सालेह की लाश को लपेट लिया और उनके सिर के बाईं ओर बुलेट की निशान दिखाई दे रहा था।
पीपल्स कांग्रेस के सहायक महासचिव जनरल यासीर-उल-कादरी भी इस संघर्ष में मारे गये हैं। खालिद, अली सालेह के बेटे, कथित रूप से घायल हो गए हैं और उनके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। तारिक सालेह और पार्टी के के महासचिव आरिफ ज़ाका के बारे में पता नहीं है कि उनके साथ क्या हुआ है। उन्हें पूर्व राष्ट्रपति के साथ भी मार दिया गया है या अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया गया है।