सऊदी अरब सरकार द्वारा यात्रा प्रतिबंध हटा लिये जाने और अमेरिका जाने की अनुमति मिलने के बाद पत्रकार जमाल खशोगी के बेटे ने आखिरकार सऊदी अरब छोड़ दिया। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रॉबर्ट पलाडिनो ने कहा कि अमेरिका इस फैसले का स्वागत करता ।
खशोगी की हत्या को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पैदा हुये विवाद के बीच गुरुवार को यह कदम उठाया गया। गौरतलब है कि तुर्की के इस्तांबुल में स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में दो अक्टूबर को खशोगी की हत्या कर दी गई थी।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने हाल ही में सऊदी अरब की यात्रा के दौरान खशोगी के बेटे सलाह खशोगी के मामले पर चर्चा की थी। उन्होंने तब स्पष्ट किया था कि वाशिंगटन चाहता है कि सलाह अमेरिका लौट आए।
पत्रकार जमाल खशोगी के शरीर के हिस्से इंस्तांबुल स्थित सऊदी महावाणिज्यदूत के आवास में पाए गए हैं। ब्रिटेन स्थिति एक प्रसारक ने मंगलवार को एक रपट में यह जानकारी दी।
स्काई न्यूज के अनुसार, 59 वर्षीय वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार के शरीर को काटा गया था और उनके चेहरे को विकृत कर दिया गया था, जिसके कुछ हिस्से महावाणिज्यदूत के घर के बगीचे में पाया गया है।
हैबरलर की रपट के अनुसार, तुर्की की रोडिना पार्टी के नेता डोगू पेरिनसेक ने भी एक साक्षात्कार में दावा किया कि पत्रकार के शव को महावाणिज्यदूत के आवास परिसर के बगीचे में स्थित कुंए से बरामद किया गया।