सऊदी अरब के विदेश मंत्री अदेल अल-जुबेर ने स्वीकार किया है कि सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या एक बहुत बड़ी गलती थी। घटना के बारे में एक न्यूज चैनल से बात करते हुए अल-जुबेर ने कहा, “जिन लोगों ने भी ऐसा किया है।
उन्होंने अपने अधिकार क्षेत्र का गलत इस्तेमाल किया है। यकीनन यह एक भारी भूल हुई है। यही नहीं इस पर पर्दा डालने की कोशिश कर एक और भी बड़ी गलती की गई है। किसी भी सरकार में यह स्वीकार्य नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि सऊदी अरब सत्य खोजने के लिए दृढ़ है और वर्तमान में पत्रकार की हत्या की जांच कर रहा है।
सऊदी विदेश मंत्री ने कहा, “हम इस मामले में कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहते। हम मामले की सभी तहों को खोलने के लिए दृढ़ हैं। हम सभी तथ्यों को जानने के लिए जी जान लगा रहे हैं और हम इस हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को निश्चित रूप से दंडित करेंगे।”
मंत्री ने यह भी दोहराया कि क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान इस ऑपरेशन से अनजान थे और हत्या में शामिल लोगों के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ कोई संबंध नहीं थे। सऊदी विदेश मंत्री अल-जुबेर ने कहा, “खुफिया सेवा का वरिष्ठ नेतृत्व भी इस बारे में बिलकुल अनजान था।”
सऊदी विदेश मंत्री ने दावा किया कि इस मामले में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस पहले खशोगी की हत्या के संबंध में कई अधिकारियों को सऊदी अरब की सेवा से निकाल दिया गया है।
बात दें कि सऊदी पत्रकार खशोगी दो अक्टूबर को तुर्की स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में घुसने के बाद लापता हो गए थे। तुर्की के अधिकारियों ने दावा किया था कि 15 सऊदी ख़ुफ़िया सेवा के एजेंटों ने खशोगी की वाणिज्य दूतावास में हत्या कर दी थी।
पेशे से पत्रकार जमाल खशोगी सऊदी अरब के रहने वाले थे और अमरीकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट के लिए काम करते थे। बाद में उनके गायब होने पर किसी भी जानकारी के बारे में इनकार करने के दो सप्ताह बाद सऊदी अरब ने अचानक उनकी मृत्यु की घोषणा कर दी थी।